दुमका: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वकांक्षी योजना उज्जवला गैस कनेक्शन में उल्लेखनीय भूमिका निभा चुके उज्वला दीदियों की हालात वर्तमान समय में बहुत खराब हो चुकी है.
इधर लगातार उपेक्षा झेल रही उज्वला दीदियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मंगलवार को दुमका जिले के शिकारीपाड़ा की उज्जवला दीदीयां अपने हक की लड़ाई के लिए कमर कसते हुए राज्य सरकार के खिलाफ जमकर बवाल काटा. पिछले रघुवर सरकार के कार्यकाल में उज्वला दीदियों ने घर- घर गैस कनेक्शन से आच्छादित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और उन्हें एक हजार का मानदेय दिया जा रहा था, मगर निजाम बदलने के साथ ही उज्जवला दीदियों के सपनों पर तुषारापात हो गया. इसी संदर्भ में आगामी 20 नवंबर को जिला मुख्यालय में आयोजित धरना प्रदर्शन की तैयारी के लिए उज्वला संघ की एक बैठक आज शिकारीपाड़ा प्रखंड परिसर में जिला अध्यक्ष उर्मिला मुर्मू की अध्यक्षता में हुई. जिसमें उपस्थित दीदीयों ने अपनी 5 सूत्री मांग पत्र पर विचार विमर्श किया. मौके पर उर्मिला मुर्मू ने उपस्थित उज्वला दीदीयों से कहां कि अपने हक एवं अधिकार के लिए आप लोगों को लड़ना होगा और साथ देना होगा. उनकी मुख्य मांगों में 10 हजार रुपए मानदेय, ड्रेस कोड लागू करने तथा बीमा योजना से आच्छादित करने की मांग शामिल है.