दुमका: आदिवासी नाबालिग बेटी से दुष्कर्म और हत्या के विरोध में विभिन्न संगठनों ने सोमवार को शिकारीपाड़ा बाजार को बंद कराया. साथ ही शिकारीपाड़ा मेन चौक बजरंगबली मंदिर के पास एवं पत्ताबाड़ी , गुजिसिमल में बांस का बल्ला, टायर लगाकर दुमका रामपुरहाट एनएच 114 को भी जाम कर दिया गया.
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बंद पूरी तरह सफल रहा
शिकारीपाड़ा प्रखंड के सभी दुकान एवं प्रतिष्ठान लोगों ने स्वेच्छा से बंद रखा. सभी का उद्देश्य आरोपी को फांसी दिलाना है. ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह की मानवता को शर्मसार करने वाली घटना को अंजाम देने के बारे मे सोचे भी नहीं. वहीं विभिन्न संगठन के द्वारा दोषी को फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई करते हुए जल्द से जल्द फांसी की सजा देने का मांग की गयी. साथ ही पीड़ित परिवार को मुआवजा की मांग की है. बता दें कि पीड़िता ही अपने परिवार का सहारा थी जो मजदूरी का काम करके अपने परिवार का भरण पोषण करती थी.
बताते चलें कि लगातार दुमका में यह दूसरी घटना है. बंदी के दौरान जनप्रतिनिधियों ने भी सरकार से घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों को फांसी देने की मांग की है, और पीड़िता के परिवार को मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की.
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