दुमका: कोयला माफिया और पासिंग गिरोह के सरगना कलीमुद्दीन अंसारी उर्फ कलीम मियां को उपराजधानी दुमका की शिकारीपाड़ा पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. बताया जा रहा है कि कलीमुद्दीन अंसारी लुटियापहाड़ी का रहनेवाला है और उसकी गिरफ्तारी शिकारीपाड़ा के खारूकदमा से सोमवार देर रात हुई है.
कलीमुद्दीन पर शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र में अवैध कोयला और पत्थर का कारोबार करने का आरोप है. इसकी पुष्टि एसपी अम्बर लकड़ा ने की. उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई जिला खनन पदाधिकारी कृष्ण कुमार किस्कू के लिखित शिकायत पर हुई है. पुलिस मामले में भादवी की धारा 379, 34 एवं खान एवं खनिज (विकास का विनिमय अधिनियम 1956 की धारा 4 एवं 21 के तहत अवैध खनन कर खनिज संपदा चोरी एवं राजस्व की चोरी का मामला दर्ज किया गया था. डीएमओ ने कलीमुद्दीन अंसारी समेत थाना क्षेत्र के पर्वतपुर निवासी पिंटू मंडल, सरसाजोल निवासी हबला मंडल, राजो मंडल, बिष्णु मंडल, पप्पू मंडल एवं संजय मंडल के खिलाफ 17 जनवरी 2022 को अवैध खनन का मामला दर्ज कराया था. बता दें कि हाल में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के पास भी एक पुलिस पदाधिकारी और कलीमुद्दीन अंसारी समेत सात के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है. जिसमे 4600 रुपये लेकर अवैध चिप्स लदा एवं हजारों रुपये लेकर प्रति ट्रक टोकन सिस्टम के जरिए स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से बिहार, बंगाल समेत अन्य राज्यों में अवैध रूप से परिवहन कराने का जिक्र है. सूत्रों की माने तो कलीमुद्दीन अंसारी सत्ताधारी दलो से भी तालुक्कत रखता था. जो समाचार की सुर्खियां बनी हुई थी. इधर निलंबित आईएएस पूजा सिंघल के खिलाफ हुई कार्रवाई और पूछताछ में दुमका, साहेबगंज एवं पलामू के जिला खनन पदाधिकारी की मिली भगत से अवैध खनिज संपदा की लूट का मामला प्रकाश में आया है. मामले को लेकर दुमका जिला खनन पदाधिकारी को ईडी कार्यालय, रांची तलब किया गया था. इधर ईडी की पहुंच से बचने के लिए आनन- फानन में जिला प्रशासन और स्थानीय पुलिस प्रशासन ने कोयला माफिया और पासिंग गिरोह के सरगना को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. माना जा रहा है कि अवैध कोयला और पत्थर के परिवहन को लेकर जांच हुई तो कई सत्ताधारी एवं विपक्षी दलों के सफेदपोश बेनकाब होंगे.