दुमका (Mohit Kumar) शनिवार को पुलिस अधीक्षक दुमका के निर्देशानुसार नगर थाना दुमका में सभी पुलिस पदाधिकारियों को सदर अस्पताल दुमका के डॉक्टर मकसूद आलम एवं उनकी टीम द्वारा हार्ट अटैक अथवा कार्डियक अरेस्ट वाले मरीज को बचाने हेतु बेसिक लाइफ सपोर्ट की जानकारी दी गई.
इस पद्धति में सीपीआर देकर मरीज की जान कैसे बचाई जा सकती है के बारे में पुलिस कर्मियों ने जानकारी प्राप्त की.
डॉ मकसूद आलम ने कहा कि देखा जाता है कि किसी भी व्यक्ति को अचानक अनकौनसस या हार्ट अटैक आ जाती है, उस स्थिति में मेडिकल सपोर्ट देने के लिए हमारे पास कुछ भी नहीं होता है. ऐसी स्थिति में उनकी जान बचाने के लिए दिए गए तरीकों से बेसिक लाइफ सपोर्ट दिया जा सकता है. सबसे पहले मेडिकल सपोर्ट हेतु 108 पर डायल कर सूचित करेंगे. मरीज होश में है या नहीं इसके जांच के लिए घुटनों के सहारे बैठकर मरीज का नाम पुकारेंगे उसके बाद 10 सेकंड तक नब्ज की जांच करेंगे. पल्स नहीं मिलने की स्थिति में अंदाजा लगाया जा सकता है कि कार्डियक अरेस्ट या हार्ट अटैक आया है. ऐसी स्थिति में अपने हाथ के दोनों पंजों को परस्पर जोड़कर मरीज के सीने के ऊपर अपने कमर के द्वारा ताकत लगाकर 30 बार लगातार दाब लगाएंगे. 30 बार छाती पर दवाब देने के बाद दो बार मुंह में अपना सांस मरीज के मुंह में देंगे. ऐसा कम से कम पांच बार करना है. बेसिक लाइफ सपोर्ट पद्धति को इस्तेमाल कर मरीज को हार्ट अटैक अथवा कार्डियक अरेस्ट से बचाया जा सकता है.
नगर थाना प्रभारी पुलिस निरीक्षक नवल किशोर सिंह ने डॉ मकसूद आलम एवं उनकी टीम के द्वारा दी गई जानकारी से संतुष्ट हुए एवं उन्हें धन्यवाद दिया.