दुमका: झारखंड मुक्ति मोर्चा के 43 वें स्थापना दिवस के मौके पर पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन ने कहा कि सारी संपदाओं के रहते हुए भी झारखंड में विकास क्यों नहीं हो रहा है, यह सोचने और विचार करने का वक्त है. सरकार को व्यवस्था को कंट्रोल कर आगे बढ़ने पर विचार करना चाहिए. वर्तमान में कोरोना महामारी के कारण झामुमो स्थापना दिवस समारोह सादगी पूर्वक मना रहा है, करोना बीमारी ईश्वर की देन है, और उसे खत्म भी ईश्वर ही करेंगे. पूर्व में स्थापना दिवस समारोह में दूर दराज के लोग रात- रात भर यहां रहते थे. यहां आंदोलन जब से शुरू हुआ है बच्चे जवान हो गए हैं और जवान बूढ़े हो गए. आने वाली पीढ़ी को याद दिलाने की जरूरत है, कि हमारे पूर्वजों ने क्या किया. श्री सोरेन 43 वां झारखंड मुक्ति मोर्चा स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे. इसके पूर्व उनके आते ही शिबू सोरेन जिंदाबाद के जबरदस्त नारे कार्यकर्ताओं ने लगाया. श्री सोरेन ने पार्टी का झंडा फहरा कर कार्यक्रम की शुरुआत की.
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वही कार्यक्रम को संबोधित करते हुए झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, कि पूर्व की भाजपा सरकार भ्रष्टाचारियों बेईमानों और गरीब गुरबों को लूटने वाली सरकार थी. अगर एक प्रकार से कहें तो भाजपा सरकार ही एक महामारी था जिसे जनता ने उखाड़ फेंका. जिस समय हमारी सरकार बनी खजाना बिल्कुल खाली था और उपहार में हमें कोरोना महामारी मिला, लेकिन धीरे- धीरे ही सही झारखंड को निरंतर विकास के पथ पर आगे बढ़ाने का कार्य यह गठबंधन सरकार कर रही है. श्री सोरेन ने कहा, कि अभी भी उनसे सावधान रहकर कार्य करना है. वर्तमान सरकार ने जो कार्य किया है, वह पिछले 20 साल में नहीं हुआ. अब नौजवानों, गरीबों वृद्धों और विधवाओं को भी सोचने की जरूरत नहीं है. सरकार उनके लिए सोच रही है. हमें भाजपा वालों ने 20 वर्षों में उल्टा रास्ता दिखाया. श्री सोरेन ने कहा कि अब राज्य सरकार निजी विद्यालयों की तरह अंग्रेजी विद्यालय भी खोलने का विचार कर रही है और वह भी गुणवत्तापूर्ण होगा. उन्होंने पत्रकारों पर भड़ास निकालते हुए कहा कि पत्रकारों ने झारखंड मुक्ति मोर्चा को कभी नहीं अपनाया. बड़े- बड़े अखबार के मालिकों के घरों के चक्कर लगाते रहते हैं क्या मिला. जनता ने भाजपा सरकार को उखाड़ फेंका. अब यूपी की बारी है. इसलिए पत्रकार निष्पक्ष होकर कार्य करें. पत्रकारों ने हमें नहीं अपनाया, फिर भी हम उनके विकास के लिए सोच रहे हैं. श्री सोरेन ने कहा, कि अगर विकास के पथ पर आगे बढ़ना है तो नशा से दूर रहना होगा. तभी आपके बच्चे पढ़ लिख कर एक बेहतर नागरिक बन सकेंगे. उन्होंने आम लोगों से संकल्प लेने को कहा. श्री सोरेन ने कहा, कि झारखंड में सिर्फ खनिज संपदा ही नहीं, बल्कि क्षमता भी है.
इसके पूर्व स्थानीय विधायक बसंत सोरेन ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, कि अब मसलिया के 204 गांव में पानी और सिंचाई की व्यवस्था के लिए सरकार ने प्रयास आरंभ कर दिया है. इसके साथ ही रानेश्वर में भी 700 करोड़ की योजना स्वीकृत की गई है. श्री सोरेन ने झारखंड सरकार से दुमका में मिनी सचिवालय और हाईकोर्ट की बेंच बनाने की मांग की. उन्होंने कहा कि दुमका उपराजधानी है तो रांची राजधानी के अनुसार ही यहां विकास कार्य होना चाहिए. हम इसके लिए सरकार से मांग करते हैं. सभा को संबोधित करते हुए जामा की विधायक सीता सोरेन ने कहा पूर्वजों ने जिस संघर्ष और बलिदान के बाद अलग राज्य पाया है, उसे व्यर्थ ना जाने दें. आज भी झारखंडियों का रोजगार बरगला कर छीना जा रहा है. जिसपर ध्यान देने की जरूरत है. सीता सोरेन ने कहा, कि पूर्व की सरकार में शोषण के अलावा और कुछ नहीं हुआ. इसके पूर्व सभा को शिकारीपाड़ा के विधायक नलिन सोरेन जिला परिषद के अध्यक्ष जोएस मुर्मू आदि ने भी संबोधित किया. मंच का संचालन केन्द्रीय महासचिव विजय सिंह ने किया.
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