दुमका (Mohit Kumar) आसनसोल रेल डीआरएम परमानंद शर्मा मंगलवार को दुमका रेलवे स्टेशन पर बने कोयला डंपिंग यार्ड का निरीक्षण के पहुंचे. इसके बाद हावड़ा रेल मंडल के डीआरएम मनोज जैन भी दुमका पहुंच कर हावड़ा और आसनसोल जमीन संबंधित समस्या पर आपस में बात की.
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इसकी दौरान कोयला डंपिंग ग्राउंड से हो रहे प्रदूषण को लेकर सिविल सोसायटी का प्रतिनिधि मंडल अध्यक्ष राधेश्याम वर्मा के नेतृत्व में डीआरएम परमानंद शर्मा का ध्यान आकृष्ट कराते हुए यार्ड कहीं अन्यत्र शिफ्ट करने की मांग की. राधेश्याम वर्मा के सवालों का जवाब डीआरएम को देते नहीं बना और वह बिना जवाब देते हुए आगे बढ़ गए.
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मौके पर डीआरएम श्री शर्मा ने दुमका रेलवे स्टेशन पर मौजूद कोयला डस्ट से होने वाली गंदगी को नकारते हुए कहा कि लोगों को भ्रांतियां हैं. यहां कोयला से हो रहा प्रदूषण मानक लेवल पर है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि समय के अनुसार यहां नई गाड़ी गाड़ी जाएगी.
गौरतलब है कि दुमका रेलवे स्टेशन से हो रहे कोयला की लोडिंग- अनलोडिंग से स्टेशन परिसर के साथ- साथ आस- पास के पेड़- पौधे काले पड़ चुके हैं. पर डीआरएम श्री शर्मा यह मानने से इंकार कर रहे हैं. यहां बताते चलें कि प्लेटफार्म संख्या दो और तीन तो बैठने के लायक है ही नहीं.
इधर सिविल सोसायटी के सचिव संदीप कुमार, जय बमबम, अमन राज, अखिलेश कुमार झा ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि डीआरएम का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है. इससे साफ जाहिर होता है कि भ्रष्टाचार की जड़ें कितनी मजबूत है. डीआरएम के बयान से निराश प्रतिनिधि मण्डल के सदस्यों ने निकट भविष्य में उग्र आंदोलन की चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दुमका से कोयला डंपिंग यार्ड को शिफ्ट नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन किया जाएगा, जिसके लिए स्थानीय प्रशासन और रेलवे प्रबंधन जिम्मेवार होगा. मौके पर जगन्नाथ पंडित, अजय केशरी, अभिषेक कुमार, जगदेव दे लिल्टु, चंदन कुमार, कामेश्वर मंडल आदि उपस्थित थे.
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राधेश्याम वर्मा
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संदीप कुमार
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Reporter for Industrial Area Adityapur