दुमका Mohit Kumar ज़िले के गोपीकांदर प्रखंड से करीब 15 किलोमीटर दूर टॉयजोर पंचायत अन्तर्गत मुड़ासोल गांव का जोजो टोला एक आदिवासी बहुल टोला है. जिसकी आबादी करीब 80 अदद है. यहां के ग्रामीणों का कहना है, कि यहां पीने के पानी की बहुत दिक्कत है. ग्रामीणों का कहना है कि जब से होश संभाले है तब से ही इस टोला के ग्रामीण एक झरना का पानी पीते आये है. झरना का पानी गन्दा है, इससे बीमारी होने का डर बना रहता है, लेकिन इसके अलावा कोई विकल्प भी नहीं है.
टोला से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर पथरीला रास्ते से होकर पीने के लिए झरने का पानी लाते है. ग्रामीणों का कहना है झरना का पानी लाने के लिय धूप, वर्षा का कष्ट झेलना पड़ता है. अगर झरने का पानी सूख जाता है, तो ग्रामीण दूसरे गांवो से पीने का पानी लाते है. ग्रामीणों का यह भी कहना है कि मुखिया चुनाव से विधान सभा और लोक सभा चुनवा में सभी नेता और उम्मीदवार यह अश्वासन देते आये कि जीतने के बाद आपके टोला में चापाकल लगवा दिया जायेगा, लेकिन अब तक जीतने के बाद किसी भी उम्मीदवार ने इस टोला में चापाकल नहीं लगवाया. इससे ग्रामीण आक्रोशित और नाराज है.
वहीं यहां की जल समस्या सोशल मिडिया ट्विटर(Twitter) में आने बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा 06 जुलाई 2020 को संज्ञान लिया गया और उस समय के तत्कालीन दुमका उपायुक्त राजेश्वरी बी को मुख्यमंत्री ने ट्विटर के जरिये निर्देश दिया कि “कृपा उक्त मामले में जाँच कर लोगो को पीने के पानी एंव अन्य जरुरी मूलभूत सुविधाओं से जोड़ते हुए सूचित करे .” ट्विटर में मुख्यमंत्री ने पेयजल एंव स्वछता विभाग के मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर और राजमहल सांसद विजय कुमार हांसदा को भी टैग किया है. उसपर दुमका उपायुक्त राजेश्वरी बी ने पेयजल एंव स्वछता प्रमंडल सं० 1, दुमका का रिपोर्ट ट्विट करते हुए लिखा है कि इलाका ड्राई जॉन है. उच्च प्रवाही नलकूप/ चापाकल (HYDT) की जरुरत है. पेयजल एंव स्वछता विभाग को निर्देश दिया गया है कि दो दिन में DPR बना कर दिया जाए, उसके बाद प्रोजेक्ट को सेंगसन और इम्प्लीमेंट कर दिया जायेगा. लेकिन मुख्यमंत्री के ट्विट के दो वर्ष बीत जाने के बाद भी पेयजल एंव स्वछता विभाग ने सोलर युक्त उच्च प्रवाही नलकूप/चापाकल (HYDT) अब तक जोजो टोला में नहीं लगाया गया है.
ग्रामीणों ने कहा उस समय ट्विट के बाद पेयजल एंव स्वछता विभाग के कर्मी स्थल निरीक्षण करने जोजो टोला आये थे और स्थल के आसपास झाड़ियो को काटने का निर्देश दिया था. उसके बाद विभाग सुध लेने दुबारा नहीं आया. इससे ग्रामीण काफी नाराज और निराश है. ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री, विभाग और प्रशासन से मांग किया है कि जल्द से जल्द सोलर युक्त उच्च प्रवाही नलकूप/चापाकल (HYDT) लगाया जाए. इस मौके में दानियाल मुर्मू, महाश्वरी मुर्मू, गोपीन सोरेन, चाँदमुनि मुर्मू, नानी किस्कू, बिमल सोरेन, लछु सोरेन, लुखीमुनि बेसरा, मति हांसदा, आदि उपस्थित थे.