दुमका (Mohit Kumar) उपराजधानी दुमका के रेलवे स्टेशन पर हो रहे कोयला डंपिंग यार्ड से प्रदूषण को लेकर सिविल सोसायटी ने रविवार से आंदोलन की शुरुआत कर दी है. चरणबद्ध तरीके के तहत रविवार को रेलवे स्टेशन के आसपास रहने वाले लोगों से संपर्क कर एक बैठक जयदेव डे के आवास पर राधेश्याम वर्मा की अध्यक्षता में की गई.
बैठक में आंदोलन को सफल बनाने का संकल्प लिया गया. साथ ही
सर्वसम्मति से सोलह जनवरी को झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कार्यालय के समक्ष होने वाले धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी उपस्थित हो इस पर विचार विमर्श किया गया. साथ ही बैठक में कोयला रैक से होने वाले प्रदूषण पर विस्तार से चर्चा करते हुए प्रो. विनय सिन्हा ने कहा, कि यह मुद्दा बहुत ही भयावह रूप लेता जा रहा है. जिसको लेकर छात्र- छात्राएं, विभिन्न छात्रावास में छात्रों के साथ बैठ कर जागरूक किया जाए.
उन्होंने कहा कि प्रदूषण से आमजनों के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है. यह सिर्फ रेलवे स्टेशन के आसपास रहने वाले के लिए नहीं बल्कि पूरे शहर को अपनी चपेट में लेगा इसलिए अविलंब कोयला रैक को यहां से हटाने के लिए सभी को एक होना पड़ेगा. वहीं बुजुर्ग जगन्नाथ पंडित ने अपना सुझाव देते हुए कहा कि कोयला डंपिंग यार्ड को हटाने को लेकर आंदोलन निरंतर जारी रखा जाए. बैठक की अध्यक्षता कर रहे राधेश्याम वर्मा ने कहा कि पूर्व घोषित चरणबद्ध आंदोलन के पहले चरण के तहत अब आन्दोलन शुरू कर दिया गया है. दुमका वासी अपने बच्चे बड़े, महिलाएं और बुजुर्गो के स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए अधिक से अधिक संख्या में सोसायटी से जुड़े तो आंदोलन और भी तेज होगा. बैठक में प्रेम केशरी, संदीप कुमार, जय बमबम, प्रो. विनय कुमार सिन्हा, विरेन्द्र विक्रम झा, अशोक कुमार राउत,गौतम कुमार, सूरज केशरी, जगन्नाथ पंडित, अखिलेश कुमार झा, जयदेव दे, मनोज पंडित, विरेन्द्र सिंह, कृष्ण कुमार दे, प्रीतम कुमार, अमन सिंह, अमर लाल, सुमन कुमार साह, अभिषेक कुमार एवं अन्य उपस्थित थे.