दुमका/ Mohit Kumar भारतीय रेड क्रॉस सोसाईटी के स्थापना दिवस और थैलेसीमीया दिवस पर सोमवार को रेड क्रॉस सोसायटी दुमका शाखा द्वारा ‘‘थैलेसीमिया विशेष रक्तदान शिविर’’ का आयोजन किया गया. इस रक्तदान शिविर में रेड क्राँस सोसायटी के सचिव डॉ अमरेंद्र कुमार यादव, वाइस चेयरमैन डॉ राजकुमार उपाध्याय के अलावा फूलो झानो मेडिकल कालेज एवं अस्पताल के छात्रों ने भी रक्तदान किया.
रक्तदान करनेवालों में आफताब आलम, रमन राय, बीपेश उरॉव, अमर्त्य गांगुली, अमित कुमार घोष, कुंदन, निर्मल केन टुडू भी शामिल थे.
रेड क्रॉस सोसायटी के सचिव सह बाल कल्याण समिति के चैयरपर्सन डॉ अमरेन्द्र कुमार यादव ने बताया कि थैलेसीमिया मरीजों की रक्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए यह विशेष रक्तदान शिविर लगाया गया है. उन्होंने बताया कि दुमका ब्लड बैंक से लगभग 50 थैलेसीमिया मरीज जुड़े हुए हैं जिनको हर महीने या महीने में दो बार रक्त की जरूरत होती है. कई बार थैलेसीमिया पीड़ित बच्चे के रक्त के लिए अभिभावक के भटकने की खबरें आती हैं क्योंकि रक्तदान शिविरों की संख्या में कमी आयी है.
समिति विभिन्न संगठनों के साथ मिलकर प्रत्येक महीने थैलेसीमिया मरीजों के लिए विशेष रक्तदान शिविर लगवायेगी. इसके लिए जल्द ही एक बैठक बुलायी जायेगी. रेड क्रॉस सोसायटी के वाइस चेयरमैन सह बाल कल्याण समिति के सदस्य डॉ राज कुमार उपाध्याय ने बताया कि समिति ने दुमका ब्लड बैंक से जुड़े थैलेसीमिया मरीजों को हर माह कम से कम 50- 60 यूनिट ब्लड की जरूरत पड़ती है. इस लिहाज से प्रत्येक दिन थैलेसीमिया मरीजों को ही दो यूनिट ब्लड चाहिये. इस जरूरत को पूरा करने के लिए प्रत्येक माह थैलेसीमिया मरीजों के लिए कम से कम एक रक्तदान शिविर आयोजित करने की योजना है.
रेड क्रॉस सोसायटी के संयुक्त सचिव डॉ मनोज कुमार घोष ने कहा कि थैलेसीमिया के अलावा डायलिसिस, एनेमिया, ऑपरेशन के मरीजों और प्रसव के दौरान भी रक्त की जरूरत पड़ती है. 18 से 50 आयुवर्ग के सभी युवाओं को तीन माह के अंतराल पर रक्तदान करना चाहिये. जो भी लोग रक्तदान करते हैं, वह समाज के लिए एक बेतरीन मिशाल हैं. उन्होंने दुमका वासियों से अपील किया कि ज्यादा से ज्यादा लोग रक्तदान करे, रक्तदान महादान है. मौके पर ब्लड बैंक प्रभारी डॉ कुणाल पांडेय, ब्लड बैंक के तकनीशियन वाहिद एजाज आदि उपस्थित थे.