राजनगर: सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा सभी दिव्यांगजनों को यूनिक डिसएबिलिटी आईडी ( यूडीआईडी) कार्ड दिया जाएगा. जिसके लिए दिव्यांगजनों से शिविर के माध्यम से जरूरी दस्तावेज लिया जा रहा है. मंगलवार को राजनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में यूडीआईडी कार्ड लिए दिव्यांगजनों का शिविर लगाया गया. जिसमें कई दिव्यांग शामिल हुए. दिव्यांगों से दिव्यांगता प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, पहचान पत्र और पासपोर्ट साइज फ़ोटो लिया गया. इसके अलावे जिनका दिव्यांगता प्रमाण पत्र नहीं बना है, उनकी शिविर में जांच कर दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाया जाएगा. शिविर में अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अमित कुमार मांझी, नेत्र रोग विशेषज्ञ सेलिन सोरेन टोपनो, मनोरोग विशेषज्ञ डॉक्टर महेश हेंब्रम, चिकित्सा पदाधिकारी डॉ बरियल मार्डी, चिकित्सा पदाधिकारी ईएनटी डॉक्टर प्रदीप कुमार की टीम ने दिव्यांगों की जांच की. इस दौरान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ जगन्नाथ हेंब्रम एवं बीपीएम पंकज कुमार मौजूद रहे.
क्या है यूडीआईडी कार्ड
यूनिक डिसएबिलिटी आईडी कार्ड के बाद दिव्यांगों को दिव्यांग प्रमाण पत्र लेकर घूमने की जरूरत नहीं पड़ेगी. एक ही स्मार्ट कार्ड में दिव्यांगों से संबंधित सभी जानकारियां फीड रहेंगी. यूडीआईडी बनने के बाद दिव्यांगजनों को विशिष्ट पहचान मिल जाएगी. दिव्यांगों को सशक्त बनाने के लिए आधार कार्ड के तर्ज पर केंद्र सरकार की ओर से बनाए जा रहे हैं. कार्ड होने से दिव्यांग सरकार से मिल रही सुविधाओं और रियायतों का लाभ जिले, राज्य और देश भर में कहीं भी उठा सकेंगे.
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