गुरुकुल के निदेशक एवं राष्ट्रीय भ्रष्टाचार नियंत्रण एवं जन कल्याण संगठन के यूथ सेल के प्रदेश आईटी कोऑर्डिनेटर गजेन्द्र नाथ चैहान ने कोरोना काल में विद्यार्थियों को हो रही विभिन्न समस्याओं के सम्बन्ध में झारखंड सरकार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुदेश महतो से मुलाकात किया। उप मुख्यमंत्री को विद्यार्थियों की समस्याओं से अवगत कराते हुए कहा कि कोरोना काल के कारण पूरा राज्य आर्थिक संकट से जूझ रहा है। जिससे विद्यार्थियों को काफी समस्याओं का सामना करना पड रहा है। श्री चैहान ने कहा कि झारखंड एकेडमिक काउंसिल में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के नहीं रहने की वजह से अनेक शैक्षणिक कार्यों का निष्पादन नहीं हो पा रहा है। अतः सरकार को जल्द से जल्द अध्यक्ष और उपाध्यक्ष नियुक्ति पर पहल करनी चाहिए। जेसीईसीईबी के द्वारा बीईडी में हर बार काउनसलिंग के नाम पर विद्यार्थियों से पैसे लिए जा रहा है। जिससे अनेक विद्यार्थियों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। अतः काउन्सलिंग शुल्क एक ही बार लेने पर सरकार को पहल करना चाहिए। राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले अधिकतर बच्चे स्कूलों में मिलने वाले मिड डे मील पर आश्रित है। पिछले साल योजना पूरी तरह सफल नहीं हो पाई थी। 55 फीसदी विद्यार्थियों तक मिड डे मील में दी जाने वाली खाद्यान्न और कुकिंग कॉस्ट की राशि उनके अकाउंट में भेजी गई थी। बाकी विद्यार्थियों तक अनाज पहुंचा कि नहीं यह अभी भी सवाल बना हुआ है। सरकार को इसका जल्द समाधान करना चाहिए। राज्य के स्कूलों में समग्र शिक्षा अभियान के तहत कंप्यूटर लैब बनाने की प्रक्रिया को जल्द पूरी करने पर सरकार जल्द पहल करें। राज्य में अधिकतर सरकारी स्कूलों में शिक्षकों का पद रिक्त है जिस वजह से विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पद रहा है। अतः सरकार इस विषय को गंभीरता से लेते हुए जल्द स्कूलों में रिक्त पदों को भरने की पहल करें। राज्य सरकार की नियोजन नीति के कारण अनेक युवाओं के बीच नौकरी को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। अतः सरकार को नियोजन नीति को लेकर जो भी भ्रांतियां है। उसे समाधान करने पर पहल करना चाहिए।
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