देवघर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देवघर एयरपोर्ट का उद्घाटन करते हुए इंडिगो एयरलाइंस के सीइओ को फ्लाइट ऑपरेशन का ध्वज प्रदान किया. प्रधानमंत्री ने 16 हजार 800 करोड़ की लागत से बनी परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. देवघर एयरपोर्ट, देवघर एम्स को प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को समर्पित किया. उन्होंने टाटा महुलिया फोरलेन पथ, रामपुर- चौका तक के पथ का निर्माण, चौका से शहरबेड़ा के फोर लेन सड़क, गढ़वा से महुलिआ सेक्शन, हंसडीहा- गोड्डा लिंक पथ, एलपीजी संयंत्र बरही, एलपीजी बॉटलिंग संयंत्र बोकारो, बाबा बैद्यनाथ धाम टूरिस्ट सर्किट समेत 13 योजनाओं 10,700 करोड़ की योजना का ऑनलाइन उदघाटन किया.
इसके अलावा छह हजार करोड़ से अधिक के 12 योजनाओं का शिलान्यास भी पीएम मोदी ने किया.
मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा बाबाधाम आकर हर किसी का मन प्रसन्न हो जाता है. आज हम सभी ने देवघर से झारखंड के विकास की शुरुआत की है. आज 16 हजार करोड़ से अधिक के प्रोजेक्ट का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है. इससे झारखंड के आस्था, ऊर्जा, पर्यटन को अधिक बल मिलनेवाला है. हम सभी ने देवघर एयरपोर्ट और देवघर एम्स का सपना लंबे समय से देखा है. यह अब साकार हो रहा है. व्यापार, कारोबार, टूरिज्म, रोजगार, स्वरोजगार के अनेक नये अवसर बनेंगे. विकास के सभी परियोजनाओं के लिए सभी झारखंडवासियों को शुभकामनाएं देता हूं. ये प्रोजेक्ट भले ही झारखंड में शुरू हो रहे हैं. इनसे झारखंड के अलावा बिहार और पश्चिम बंगाल के लोगों को भी लाभ होगा. परियोजनाएं पूर्वी भारत का विकास होगी. पिछले आठ वर्षों से पूर्वोत्तर भारत के विकास हाईवेज, रेलवे, एयरवेज, वाटरवेज को झारखंड को कनेक्ट करने में यही भावना सर्वोपरि है.
पीएम ने कहा आज जिन 13 हाईवे परियोजना का लोकार्पण हुआ है, उससे बिहार और अन्य राज्यों से कनेक्टिविटी बढ़ेगी. रांची-जमशेदपुर सड़क से यात्रा का समय और अन्य में फर्क आयेगा. गुमला एनएच से छत्तीसगढ़ पहुंचने की सुविधा होगी. पारादीप और हल्दिया से प्राकृतिक गैस को लाया जायेगा. नयी ट्रेनों के लिए रास्ते खुले हैं. रेल ट्रांसपोर्ट का नया मार्ग बना है. इन सभी का सकारात्मक असर झारखंड का औद्योगिक विकास पर पड़ेगा. चार साल पहले देवघर एयरपोर्ट का शिलान्यास मैंने किया था. झारखंड को आज दूसरा एयरपोर्ट मिल रहा है. देवघर एयरपोर्ट से पांच लाख लोगों की आवाजाही होगी. कितने लोगों को बाबा का दर्शन का मौका मिलेगा. हवाई चप्पल पहननेवाले भी हवाई यात्रा का लाभ लें. इसी सोंच से हमने उड़ान योजना शुरू की है. पिछले पांच-छह सालों में 70 एयरपोर्ट, हेलीपोर्ट और वाटर पोर्ट से जोड़ा गया. चार सौ से अधिक रूटों पर हवाई यात्रा की सुविधा मिल रही है. उड़ान योजना से एक करोड़ यात्रियों ने हवाई यात्रा से सफर की. कईयों ने पहली बार एयरपोर्ट देखा, पहली बार हवाई जहाज देखा. गरीब और मध्यम वर्ग के भाई बहन कुर्सी की पेटी बांध रहे हैं. यह उन्होंने सीख लिया है. रांची, पटना, दिल्ली के लिए जल्द देवघर से फ्लाइट शुरू होगी. इसके प्रयास हो रहे हैं.
एयरपोर्ट निर्माण का काम दुमका, बोकारो और जमशेदपुर में चल रही है. कनेक्टिविटी बेहतर होनेवाली है. देश के आध्यात्मिक स्थलों के निर्माण योजना का विस्तार किया जा रहा है. प्रसाद योजना का विस्तार पर्यटन के लिए किया गया है. आय के नये साधन मिलेंगे. आदिवासी क्षेत्र में ऐसी आधुनिक सुविधाएं झारखंड को सबसे बड़ा लाभ गैस आधारित योजना का लाभ मिल रहा है. जिस तरह की सुविधा प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा योजना के तहत हम रसोई गैस का लाभ घर-घर तक पहुंचा रहे हैं. बोकारो अंगुल सेक्शन से सिटी गैस वितरण नेटवर्क की सुविधा मिलेगी. सीएनजी आधारित उद्योगों को गति मिलनेवाली है. हम सबका साथ सबका विश्वास औऱ् सबका प्रयास के नारे से चल रहे हैं. इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित कर रहे हैं. आकांक्षी जिलों की योजना शुरू की है. मुश्किल समझे जानेवाले क्षेत्रों पर केंद्र सरकार विशेष ध्यान दे रही है. आजादी के 18 हजार इलाकों में बिजली पहुंची, वे दुर्गम क्षेत्र थे. आदिवासी और दुर्गम क्षेत्र पहुंचाया. बिजली, पानी, गैस पहुंचाया. मिशन मोड पर काम शुरू की है. बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं बड़े शहरों के अलावा छोटी जगहों पर पहुंचाया. एम्स के जरिये झारखंड के जनजातीय इलाकों के अलावा बंगाल तक पहुंचा रहे हैं. यही सही विकास है. ऐसे ही विकास योजना को हमें आगे बढ़ाना है.
झारखंड में दुमका, जमशेदपुर और बोकारो में एयरपोर्ट जल्द
केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कार्यक्रम में कहा संताल परगना के प्रवेश द्वार में आप सब को नमन. बाबा बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर के लोगों ने सपना देखा था कि पीएम मोदी के प्रभावशाली नेतृत्व में उनका सपना साकार होने जा रहा है. अतिथि देवो भव:. इस भारत के देवघर में देवी देवताओं के घर में पधारनेवाले लोगों के लिए उनके ईष्ट देवताओं का दर्शन एक मामूली उपलब्धि नहीं है. विशव् प्रसिद्ध श्रावणी मेला भी शुरू होने जा रहा है. एक एयरपोर्ट के साथ पीएम की दूरदर्शी, समकालिक सोंच औऱ् विचारधारा जुड़ी हुई है. पुराने जमाने में आर्थिक महत्वपूर्ण क्षेत्र में एयरपोर्ट स्थापित होता है. आज जहां से एयरपोर्ट शुरू होता है, वहीं से आर्थिक विकास शुरू हो जाता है. पीएम ने इस सोंच को भी धार्मिक और आर्थिक प्रगति को जोड़ने का प्रयास किया है. कुशी नगर में जो बौद्ध सर्किट का केंद्र है, अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के बाद देवघर में एयरपोर्ट शुरू हो रहा है. पीएम की सोंच भारत के प्रति और आध्यात्मिक प्रगति, धर्म को प्रगति से जोड़ने का संस्कृति की प्रगति के रूप में जोड़ने का है. उनका संकल्प भारत के वर्तमान और विगत के गौरव को बढ़ाना और आस्था के गौरव को बढ़ाना इनके ही नेतृत्व में संभव हो गया है. रांची के बाद झारखंड दूसरा प्रवेश द्वार बनेगा. 654 एकड़ में यह एयरपोर्ट बना है. 2.50 करोड़ जनता के लिए नयी सुगम आवागमन की व्यवस्था है. पांच लाख यात्रियों की सुविधा है. बोइंग और एयरबस दोनों फ्लाइट यहां से शुरू होगी. पीएम के आने से यह शुरुआत है. देवघर को रांची, देवघर को पटना, देवघर को देश की राजधानी दिल्ली से जोड़ा जायेगा. हम यह संकल्प लेते हैं कि झारखंड में दो हवाई अड्डों को बढ़ा कर पांच करेंगे. बोकारो, दुमका, जमशेदपुर को हम हवाई मानचित्र में जोड़ेंगे. हवाई चप्पल पहननेवाले भी हवाई सफर करें. भारत में जितने उत्क्रमित 15 सौ यात्री के आने की संख्या 75 सौ हो गयी है. 56 फ्लाईट आपरेट हो रहे हैं. झारखंड के लिए दुमका से कोलकाता, दुमका से रांची, देवघर से कोलकाता, देवघर से पटना, देवघर से रांची, बोकारो से कोलकाता, बोकारो से रांची समेत 14 फ्लाइट शुरू होगी. पिछले आठ वर्षों में 68 नये हवाई अड्डे बने हैं. अब यह 141 एयरपोर्ट बन गये हैं.
केंद्र का सहयोग मिलने पर झारखंड अग्रणी राज्यों में होगा शामिल-मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा निश्चित रूप से झारखंड के लिए ऐतिहासिक दिन है. ऐतिहासिक इसलिए है क्योंकि जो हम सपने देखते हैं और वह सपना जब साकार होता है. हम सपने में नहीं हकीकत में लेते हैं, तो खुशी अलग होती है. प्रधानमंत्री देवघर आये हैं, यह हमारे लिए गौरव की बात है. आज देवघर एयरपोर्ट का विधिवत उदघाटन हो रहा है. नागर विमानन मंत्री ने जो कनेक्टिविटी की घोषणा की है. मार्गों का महत्वपूर्ण रोल होता है. साहेबगंज में जल मार्ग जो बन कर तैयार है, जो उनकी दृढ़ इच्छा से बन पाया है, उसके लिए पीएम को धन्यवाद देता हूं. अब यह झारखंड हिलता और चलता दिख रहा है. झारखंड पिछड़े राज्यों की श्रेणी में आता है. केंद्र और राज्य का सहयोग बरकरार है. 2010 में हम लोगों ने देवघर में देखा था. 16 हजार करोड़ की योजना का शिलान्यास और उदघाटन होगा. ये सभी योजनाएं राज्य के लिए मिल का पत्थर साबित होगा. किसी मकान, महल को बनाने के लिए मजदूर की बड़ी भूमिका होती है. लेकिन आम तौर पर देखा गया है कि उस महल का निर्माण करनेवाले मजदूरों को लोग भुल जाते हैं. झारखंड देश को अग्रणी बनाने के लिए वर्षों से अपना योगदान दे रहा है. छाती फाड़ कर लोहा, कोयला, अनेक खनिज संपदा देश को उपलब्ध करा रहा है. हमें उम्मीद है कि जिस तरह एयरपोर्ट को हमलोगों ने बनाया है. और भी इसे बढ़ाना है. तीन सौ परिवार विस्थापित हुए हैं. उन्हें धन्यवाद देता हूं. अगले पांच से छह सालों में झारखंड देश के अग्रणी राज्यों में शामिल होगा. केंद्र का सहयोग चाहिए.
सांसद निशिकांत दुबे ने स्वागत भाषण में कहा कि 75 साल में पहली बार प्रधानमंत्री आये हैं. प्रधानमंत्री का गुजरात और देवघर का अलग कनेक्शन है. 1925 में महात्मा गांधी यहां आये थे. बाद में वे सेवाग्राम से फिर आये. 1934 में फिर वे देवघर आये. महात्मा गांधी को यहां देवघर मंदिर में अछूत का प्रवेश कराया. जो कड़ी 1934 में महात्मा गांधी ने छोड़ी थी, उसे फिर आपने शुरू किया है. झारखंड से जुड़ी द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया. गोड्डा लोकसभा में एक लाख करोड़ की योजना चल रही है. आजादी के 75 साल बाद रेलवे की शुरुआत गोड्डा में हुई. यह इलाका काफी पिछड़ा था.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देवघर पहुंचने पर राज्यपाल रमेश बैस और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनका स्वागत किया. मुख्यमंत्री ने बाबा मंदिर का प्रतीक चिह्न देकर पीएम का स्वागत किया. मौके पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, अन्नपूर्णा देवी, नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, सांसद निशिकांत दुबे, झारखंड सरकार के मंत्री बादल पत्रलेख, पर्यटन मंत्री हफीजुल अंसारी मौजूद थे.