खरसावां: कोल्हान प्रमंडलीय क्षेत्र से उडिया भाषा- भाषियों का एक प्रतिनिधिमंडल झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर पांच सूत्री एक ज्ञापन सौपकर झारखण्ड प्राथमिक शिक्षण प्रशिक्षण कार्यक्रम- 2022 के प्रकाशित विज्ञापन 02/ 2023 में उडिया भाषा साहित्य को सप्तम पत्र में शामिल करने की मांग की गई.
मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान मंत्री चम्पाई सोरेन, विधायक दशरथ गागराई भी उपस्थित थे. ज्ञापन में कहा गया है कि उडिया भाषियों की जड़ वर्ग प्रथम से दसवीं तक न विद्यालय है न शिक्षक की स्वीकृत पद है और न पुस्तक उपलब्ध किया जा रहा है. वर्ष 1948 से पूर्व स्थापित सरायकेला- खरसावां एवं सिंहभूम कोल्हान प्रमण्डल के सभी उड़िया विद्यालयों को वर्तमान में हिन्दी विद्यालयों में विलय कर दिया गया है. उसको पुनः उड़िया विद्यालय के रूप में अधिसूचित कर उडिया शिक्षकों के पद उक्त विद्यालयों में सृजित किया जाए. साथ ही भाषाई उड़िया अल्पसंख्यकों को शिक्षण प्राक्षिण हेतु किसी भी प्रकार का आर्थिक सहायता जैसे छात्रवृति नहीं दिया जा रहा है. जिससे दिनों- दिन आर्थिक कमजोरी के कारण उच्च शिक्षा प्राप्त करने में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है.
अनुलग्नक कागजातों से मुख्यमंत्री स्पष्ट कर पाएंगे कि वर्ष 1948 से पूर्व की स्थिति क्या और वर्तमान में कैसी दुर्दशा उडिया भाषा- भाषी अल्पसंख्यकों की हो रही है. यह एक गम्भीर विषय है. कोल्हान प्रमण्डल के उडिया भाषी अल्पसंख्यकों को हो रही कठिनाईयों से निजात दिलाने, पूर्व में स्थापित सभी उड़िया विद्यालयों को खोलने, 2011 में उडिया भाषा को राज्य का द्वितीय भाषा की दर्जा प्राप्त को सभी प्रकार की सुविधा प्रदान करने तथा सभी चिन्हीत उडिया विद्यालय को भाषाई विद्यालय के रूप में स्थापित करने की मांग की गई. मुख्यमंत्री से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से पितवास प्रधान, नंदु कुमार पाण्डे, भाष्कर महाकुड़, अशोक कुमार सामंत, प्रदीप कुमार जेना, नेबु प्रधान, आदित्य प्रधान, मोतीलाल प्रधान, अनंत नारायण पाढ़ी, अजय कुमार जेना शामिल थे.
*पांच सूत्री मुख्य मांगे*
झारखण्ड प्राथमिक शिक्षण प्रशिक्षण कार्यक्रम- 2022 के प्रकाशित विज्ञापन 02/2023 में ओड़िया भाषा साहित्य को सप्तम पत्र में शामिल किया जाए.
आदर्श विद्यालय योजना अन्तर्गत उत्कृष्ट विद्यालय एवं आदर्श विद्यालयों में सरायकेला- खरसावां, पश्चिमी सिंहभूम एवं पूर्वी सिंहभूम जिला के विद्यालयों में भाषा- साहित्य शिक्षक पद हेतु एक- एक शिक्षक का यूनिट (पद) स्वीकृत किये जाने तथा झारखंड राज्य के कोल्हान प्रमण्डल के क्रमशः जिला सरायकेला- खरसावां, पश्चिमी सिंहभूम एवं पूर्वी सिंहभूम जिला के सभी प्रखण्ड में संचालित केन्द्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालयों में ओड़िया भाषा साहित्य विषय के शिक्षक की पद स्वीकृत कर उडिया शिक्षक पदस्थापित किया जाए.
सरायकेला- खरसावां, पूर्वी सिंहभूम एवं पश्चिमी सिंहभूम जिला के सभी मध्य विद्यालय एवं प्लस टू उच्च विद्यालय तक की विद्यालयों में ओड़िया भाषा साहित्य शिक्षक का पद स्वीकृत कर अविलम्ब नियुक्ती करने, जिससे उड़िया भाषा- भाषी भाषाई अल्पसंख्यकों का शैक्षणीक विकास हो सके.
उडिया भाषी भाषाई अल्पसंख्यकों का वर्ग 01 से 08 एवं वर्ग 09 से 12 तक के सभी पुस्तकों को ओड़िया में अनुवाद कर सभी विद्यार्थियों को पूर्व की भांति उपलब्ध करायी जाए.
झारखंड राज्य अधिविध परिषद रांची द्वारा ओड़िया भाषा साहित्य को पुराने के बदले नए की आवश्कता को देखते हुए अंगीकार किए जाने की मांग शामिल हैं जिससे राज्य के उड़िया विद्यार्थियों की समस्या का निदान हो सके.