झारखंड कोरोना के सदमे से अभी उबरा नहीं है. लोग अभी भी जिंदगी को पटरी पर लाने की कवायद में जुटे हुए हैं. सरकारी मरहम किसी से छिपी नहीं है. लोग दर्द सहकर भी जिंदगी बचाने की जद्दोजहद में जुटे हैं. चलिए अब आपको झारखंड पुलिस का क्रूर चेहरा दिखाते हैं. इस तस्वीर को देखकर अच्छे- अच्छों के रोंगटे खड़े हो जाएंगे. दरअसल इस युवक का नाम देवेंद्र साहू है गरीबी के कारण यह अपना और अपने बूढ़े मां बाप कारपेट चलाने के लिए जोमैटो में डिलीवरी ब्वॉय का काम करता है. इसकी गलती सिर्फ इतनी थी, कि शुक्रवार देर रात यह ड्यूटी से अपना घर लौट रहा था. लेकिन इसे क्या पता सड़क पर बदनसीबी इसका इंतजार कर रहा है. जहां लोगों की सुरक्षा के लिए बहाल किए गए झारखंड पुलिस के बहादुर जांबाज़ इसकी ऐसी दुर्गति बना देंगे, कि इसका रोम- रोम सिहर उठेगा. बीती रात देवेंद्र साहू अपना काम निपटाने के बाद अपने घर लौट रहा था. जहां डिमना रोड स्थित राजस्थान भवन के समीप पेट्रोलिंग कर रहे टाइगर मोबाइल के जवानों को इसने ओवरटेक कर दिया. फिर क्या था, टाइगर मोबाइल के जवानों ने देवेंद्र को खदेड़ कर पकड़ा. देवेंद्र रोता रहा, गिड़गिड़ाता रहा. अपना परिचय बता रहा बताता रहा, लेकिन टाइगर मोबाइल के जवानों ने युवक की एक न सुनी और ओवरटेक करने का गुस्सा देवेंद्र पर इस कदर उतारा, कि देखते ही देखते उसके शरीर पर सैकड़ों लाठियां बरसा दी. देवेंद्र के शरीर पर तिल रखने भर की भी जगह ना बची. जहां लाठी और डंडों के निशान ना दिखे. इतना ही नहीं जांबाज़ पुलिसकर्मियों ने देवेंद्र का मोबाइल छीनकर उसे भी तोड़ दिया. रोता- पिटता देवेन्द्र घर पहुंचा. इसकी जानकारी मिलते ही, शनिवार सुबह भाजपा नेता विकास सिंह अपने समर्थकों के साथ पीड़ित को लेकर उलीडीह थाना पहुंचे. और थानेदार से आरोपी टाइगर मोबाइल के जवानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की. वहीं उन्होंने साफ कर दिया, कि अगर उलीडीह थाना पुलिस आरोपी जवानों के खिलाफ अटेम्प्ट टू मर्डर, यानी धारा 307 के तहत एफआईआर दर्ज नहीं करती है, तो कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हुए एसएसपी कार्यालय तक पैदल मार्च निकाला जाएगा. वैसे जमशेदपुर में ट्रैफिक जांच के नाम पर पुलिसिया दमन कोई नई बात नहीं है, जबकि पूरा शहर जाम से त्रस्त रहता है, लेकिन पुलिस को चिंता सरकार के खजाने को भरना है. जनता जाए भाड़ में. बहरहाल जमशेदपुर पुलिस के इस कृत्य पर पुलिस के आला अधिकारी और सरकार क्या एक्शन लेती है, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा. हालांकि यह इलाका राज्य के मंत्री और जमशेदपुर पश्चिम के कांग्रेसी विधायक बन्ना गुप्ता का है. हालांकि इस संबंध में उलीडीह थाना पुलिस की ओर से कुछ भी बताने से मना कर दिया गया है.
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