पेट्रोल डीजल की बढ़ी कीमतों को लेकर कांग्रेस लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है. झारखंड में कोरोनावायरस के संक्रमण का प्रभाव कम होते ही कांग्रेसियों ने बढ़े हुए पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इधर आलाकमान के निर्देश पर देशभर के कांग्रेसी शुक्रवार को पेट्रोल पंप के समीप धरना प्रदर्शन के माध्यम से बढ़े हुए पेट्रोल- डीजल की कीमतों में वृद्धि को वापस लिए जाने की मांग करते देखे जा रहे हैं.
सरायकेला- खरसावां जिला और जमशेदपुर के भी सभी पेट्रोल पंपों पर कांग्रेसी हाथों में बैनर पोस्टर लिए केंद्र सरकार से पेट्रोल- डीजल और एलपीजी के कीमतों में बढ़ोतरी वापस लिए जाने की मांग करते नजर आए. कांग्रेसियों ने बताया, कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण आज देश भर में पेट्रोल और डीजल के साथ एलपीजी की कीमतें आसमान छू रहे हैं. जब कांग्रेस नीत यूपीए सरकार हुआ करती थी, उस वक्त पेट्रोल और डीजल की कीमतें 50- 60 रुपए के आसपास हुआ करती थी.
उस वक्त भाजपाई कांग्रेस की नीतियों को गलत बताते हुए सड़कों पर धरना प्रदर्शन करने उतर जाया करते थे, लेकिन आज पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतें 100 रुपए के पार जा चुकी है. एलपीजी से सब्सिडी हटा दिया गया है, गरीबों को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन तो दे दिया गया है, लेकिन आज वह कनेक्शन घर की शोभा बन चुकी है. अभी भी गरीब उपले और कोयले पर खाना बनाने को विवश हैं. कांग्रेसियों ने आम लोगों से केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध करने की अपील की साथ ही जनहित के मुद्दे में कांग्रेस के साथ खड़े होने की अपील की कांग्रेसियों ने बताया कि भाजपा ने केंद्र की एनडीए सरकार गरीबी नहीं गरीबों को मिटाने पर तुली है.
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