चक्रधरपुर/ Ashish Kumar Verma वेंकटेश्वर बालाजी मंदिर में पंचहनिका ब्रह्मोत्सव का आयोजन भव्य और धूमधाम के साथ मनाया जाएगा. रविवार बैठक कर मंदिर संचालन समिति आंध्रा एसोसिएशन के द्वारा इसकी जानकारी दी गयी. समिति के सदस्यों ने बताया कि आगामी 8 मई से 15 मई तक 40वां पंचाहनिका वार्षिक ब्रह्मोत्सव का आयोजन होगा.
आंध्रा एसोसिएशन द्वारा ब्रह्मोत्सव की तैयारी जोर शोर से की जा रही है. मंदिर में रंग- रोगन और सजावट का कार्य भी तेजी से चल रहा है. 8 मई को ब्रह्मोत्सव का विधिवत उद्घाटन चक्रधरपुर रेल मंडल के डीआरएम व पश्चिम सिंहभूम के डीसी संयुक्त रूप से करेंगे.
इधर इस भव्य पूजा आयोजन में दक्षिण भारत के आंध्र प्रदेश, तेलगांना, तमिलनाडु सहित देश के विभिन्न शहरों से भगवान बालाजी के भक्तों के आने का सिलसिला जारी है.
वहीं तिरूपति से तेरह सदस्यीय पुजारियों का दल आचार्य अनंत नारायणा आचार्युलु के नेतृत्व में चक्रधरपुर पहुंचेंगा. यह सभी धार्मिक पूजा अनुष्ठान का पारम्परिक रूप से वैदिक मंत्रोच्चारण से संपन्न करेंगे. इसके अलावा तिरूपति से ही भगवान बालाजी का भोग और प्रसाद बनाने वाले रसोइया भी चक्रधरपुर पहुंचेंगे. आन्ध्रा एसोसिएशन के अध्यक्ष केकेटी राव ने कहा कि इस साल भी धूम-धाम से भगवान बालाजी का ब्रह्मोत्सव मनाया जाएगा, जिसमें चक्रधरपुर और चाईबासा सहित देश के कोने कोने से बालाजी के भक्त पहुंचेंगे.
बालाजी मंदिर एसोसिएशन समिति के सचिव वीवीआर मूर्ति ने बताया कि 11 मई को मंदिर परिसर में श्री गणेश, जय विजय की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा का विशेष कार्यक्रम किया जाएगा. इसके साथ ही महाकुम्भा अभीषेकम व सुदर्शन होम का भी आयोजन होगा. हर वर्ष पांच दिनों तक ब्रह्मोत्सव होता है, पर इस बार गणेश मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा के लिए आठ दिनों तक कार्यक्रमों का आयोजन होगा. बता दें की चक्रधरपुर बालाजी मंदिर में हर साल यह आयोजन होता है. इस मंदिर से लोगों की गहरी आस्था है, जो लोग तिरुपति नहीं जा पाते उन्हें इस मंदिर में पूजा अर्चना कर काफी सुखद होता है. कई श्रद्धालुओं की मन्नतें भी इस मंदिर से पूरी हुई हैं, जिसके कारण इस मंदिर से श्रद्धालुओं का काफी लगाव है. चक्रधरपुर से बाहर बसे लोग भी इस खास आयोजन में साल में एक बार शामिल होने जरुर आते है.