सरायकेला- खरसांवा जिले के कांड्रा थाना अंतर्गत गिद्दीबेड़ा टॉल प्लाजा से पिछले महीने अपनी पत्नी शीला मरांडी सहित चार नक्सलियों के साथ सरायकेला पुलिस के हत्थे चढ़े एक करोड़ के इनामी माओवादियों के पोलित ब्यूरो सदस्य प्रशांत बोस उर्फ किशन दा को सीआइडी की टीम दो दिनों के रिमांड पर लेगी. फिलहाल प्रशांत बोस रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार में बंद है. झारखंड पुलिस की अपराध अनुसंधान विभाग (सीआइडी) की टीम दो दिनों के रिमांड के लिए न्यायालय से अनुमति मिल गई है. सीआइडी की टीम प्रशांत बोस से बुंडू के एक केस में पूछताछ करेगी.
रांची के बुंडू थाना क्षेत्र स्थित तैमारा घाटी में 18 फरवरी 2016 को माओवादियों से रांची पुलिस व सीआरपीएफ की टीम के साथ मुठभेड़ हो गई थी. इस मुठभेड़ में एक महिला नक्सली सहित चार माओवादी मारे गए थे. इस घटना में दो जवान गोविंद सिंह व सद्दाम अंसारी जख्मी हो गए थे. मुठभेड़ के बाद सर्च अभियान में मारे गए माओवादियों के पास से छह लाख रुपये नकदी, चार एके-47 व सैकड़ों चक्र कारतूस भी जब्त किए गए थे. पुलिस को सर्च के दौरान मुठभेड़ स्थल से कई खोखे भी मिले थे.
इस केस में बुंडू के तत्कालीन एसडीपीओ पवन कुमार के बयान पर माओवादी पोलित ब्यूरो सदस्य एक करोड़ के इनामी प्रशांत बोस उर्फ किशन सहित अन्य नक्सलियों के खिलाफ 19 फरवरी 2016 को कांड संख्या 09/2016 में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. वहीं बुंडू में पुलिस- नक्सली मुठभेड़ की इस घटना के कुछ दिनों के बाद ही इस केस को सीआइडी ने टेकओवर किया था. सीआइडी तब से ही पूरे मामले की अनुसंधान कर रही है. इसी बीच सरायकेला- खरसांवा में एक नामजद आरोपित प्रशांत बोस उर्फ किशन की गिरफ्तारी के बाद सीआइडी अपने उक्त केस में रिमांड पर लेने के लिए न्यायालय में आठ दिसंबर को अर्जी दी थी, जिसपर शुक्रवार को ही अनुमति मिली है. अब उक्त घटना के संबंध में सीआइडी पूरे मामले की जानकारी लेंगी.