दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान का दिल्ली में 12 जनपथ स्थित सरकारी बंगला अब रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को आबंटित कर दिया गया है.
ये बंगला राम विलास पासवान को अलॉट था और उनके निधन के बाद से इसमें चिराग पासवान अपनी मां के साथ रह रहे थे. राम विलास पासवान पिछले 31 साल से 12 जनपथ में रहते थे. जानकारी के मुताबिक, शहरी विकास एवं आवास मंत्रालय के अधीन संपदा निदेशालय ने 14 जुलाई को चिराग पासवान को इस बंगले को खाली करने का नोटिस भेजा था. इसके बाद चिराग ने बंगला खाली करने के लिए मोहलत मांगी थी. चिराग पासवान ने मंत्रालय से मंत्रालय से अनुमति मांगी थी, कि क्या वे इस बंगले में पिता की पहली बरसी तक रह सकते हैं. इससे पहले राम विलास पासवान के भाई केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने ये बंगला लेने से यह कहते हुए इंकार कर दिया था, कि इससे गलत सियासी संदेश जाएगा.
पिछले साल अक्टूबर में हुआ था निधन बिहार के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का लंबी बीमारी के बाद 8 अक्टूबर 2020 में निधन हो गया था. वे 74 साल के थे. राम विलास पासवान अपने राजनीतिक सफर में केंद्र की राजनीति में हमेशा बने रहे और देश के पांच प्रधानमंत्रियों के साथ उन्होंने काम किया. रामविलास पासवान ने अपना राजनीतिक सफर 70 के दशक में लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार के साथ ही शुरू किया था. 1969 में पहली बार अलौली सीट से विधानसभा चुनाव जीतने वाले पासवान ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. 1977 में पहली बार लोकसभा चुनाव जीतने वाले पासवान 9 बार लोकसभा सांसद रहे.