सरायकेला/Pramod Singh प्रशासन के मनमाने रवैया के खिलाफ सरायकेला छऊ आर्टिस्ट एसोसिएशन का गुस्सा फूट पड़ा है. शनिवार को एसोसिएशन के अध्यक्ष भोलानाथ महंती एवं संरक्षक नगर पंचायत के उपाध्यक्ष मनोज चौधरी के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में छऊ कलाकार सड़क पर उतर कर जुलूस के साथ विरोध प्रदर्शन करते नजर आए.
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जुलूस गोपबंधु चौक से प्रारंभ होकर गैरेज चौक, थाना चौक, पुराना बस स्टैंड से होकर एसडीओ कार्यालय के सामने से गुजर कर पारंपरिक छऊ नृत्य उद्गम स्थल राज पैलेस के पास समाप्त हुई.
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विदित हो कि हर वर्ष छऊ आयोजन के पहले छऊ कलाकार, घटपाट के भक्ताओं के मुखिया और छऊ जानकारों की एक समिति को बुलाकर चैत्र पर्व मनाने की रूपरेखा पर विचार विमर्श होती थी. पर इस वर्ष प्रशासन ने सिर्फ सेवानिवृत्त प्रभारी निर्देशक की बात को ही महत्ता देते हुए कलाकारों की बात को दरकिनार कर लाखों रूपए का बंदरबांट करने के उद्येश्य से कार्ययोजना बना डाला. जब से चैत्र पर्व के बदले छऊ महोत्सव होने लगा तब ही से बाहर से दूसरे नृत्य संगीत से जुड़े कलाकारों को बुलाकर उन पर ज्यादा पैसा लुटाए गए, जबकि मर्जर एग्रीमेंट के तहत सिर्फ़ सरायकेला छऊ नृत्य कला और विभिन्न पर्व पर्वाणी की ही देखभाल की जिम्मेदारी राज्य सरकार का हुआ करता था. धीरे- धीरे महोत्सव के चलते छऊ अपनी वजूद खोती चली गई. पिछले दरवाजे से डेपुटेशन पर काबिज हुए क्लर्क तपन पटनायक द्वारा सरायकेला छऊ कलाकारों का शोषण जारी रहा. जब कलाकारों के सब्र का बांध टूट गया और प्रशासन से किसी भी प्रकार की न्याय पाने की आशा टूट गई तो सड़क पर उतर कर अपना विरोध दर्ज करने की ठानी. कलाकार और घटपाट भोक्ता हाथों में नारों की तख्ती लिए सरायकेला के मुख्य सड़क से गुजरते गए और धीरे- धीरे कारवां में सरायकेला का हुजूम जुड़ता गया.
सरायकेला छऊ आर्टिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष भोला महंती ने कहा प्रशासन के अड़ियल रवैए ने ऐसी स्थिति उत्पन्न होने के लिए वाध्य किया. उन्होंने कहा कि शिव कला केंद्र के पूर्व निदेशक तपन पटनायक छऊ कलाकारों के पैसों को बंदरबाट कर गए और सारा पैसा हड़पकर खा गए. भोला महंती ने कहा तपन पटनायक रिटायर होने के बाद भी प्रशासन के साथ मिलकर दलाली कर रहे हैं और छऊ कलाकारों के मेहनत का पैसा प्रशासन के साथ मिलकर डकार रहे हैं.
बाईट
भोला महंती
वहीं मनोज चौधरी ने कहा अगर सरायकेला के छऊ कलाकारों को प्रशासन सम्मान नहीं देगा तो हमलोग इसके लिए कोर्ट की शरण में जाएंगे.
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मनोज चौधरी
तख्तियों में मुख्य नारों में था कलाकारों को कुम्हड़ा भात
सारे पैसे का आत्मसात, “छऊ कलाकारों का शोषण नहीं सहेगा आर्टिस्ट एसोसिएशन, बारह हजार का चार हजार, कहां गए मेरे आठ हजार, इतिहास में पहली बार सड़क पर है छऊ कलाकार, दलाल तपन पटनायक को हटाओ, प्रशासन होश में आओ.
कुछ भी हो सरायकेला छऊ आर्टिस्ट एसोसिएशन ने कमर कस कर चट्टानी एकता के साथ इस बार प्रशासन से आर- पार के लड़ाई के मोड में है. क्योंकि सरायकेला छऊ नृत्य सरायकेलावासी के लिए आन- बान और शान सबकुछ है. विश्व प्रसिद्ध सरायकेला छऊ नृत्य सरायकेला वासियों का परिचय है.
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कलाकार
प्रदर्शन में भोला महांती, मनोज चौधरी, सुधांशु शेखर पानी, कामेश्वर भोल, रजत पटनायक, मनोरंजन साहू, रंजीत आचार्य, सुनील दुबे, आशीष कर, काशीनाथ कर, सुशील अचार्य, सुदीप कवि, अमित साहू, अभिनाश कवि, सतीश मोदक, पटम मुखी, सुमित महापात्र, रबी मोदक, कुना सामल, आद्यापदो साहू, मिलु साहू, अनुधज पड़िहारी, दिलीप साहू सहित सैकड़ों की संख्या में कलाकार उपस्थित थे.
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