चांडिल: बांध के कार्यपालक अभियंता कार्यालय के समक्ष प्रस्तावित धरना कार्यक्रम को सफल बनाने की तैयारी के क्रम में गुरुवार को विस्थापित मुक्ति वाहिनी की बैठक संपन्न हुई. इस बैठक में तय किया गया कि चांडिल बांध के विस्थापितों के बीच उनके हक और अधिकार के लिए सक्रिय सभी विस्थापित संगठनों को भी इस धरना कार्यक्रम में सहभागी बनाया जाएगा. इस सिलसिले में अन्य संगठनों की एक बैठक पहले हो चुकी है.


बैठक में यह तय किया गया कि एक सामूहिक पर्चा निकालकर विस्थापितों के बीच में वितरित किया जाएगा तथा इस क्षेत्र में सक्रिय सभी सामाजिक एवं जन संगठनों के प्रतिनिधियों को भी कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाएगा. बैठक में शामिल प्रतिनिधियों ने कहा कि परियोजना के विस्थापितों का पुनर्वास कार्यक्रम पूरी तरह ठप है. इच्छुक व्यक्तियों को पुनर्वास स्थलों पर आवासीय भूखंड का आवंटन नहीं हो रहा है. अधिकारी कहते हैं कि पहले घर बना लो तब आवंटन होगा. इस तरह की बातें गैर जिम्मेवाराना और भ्रष्टाचार की ओर इशारा करती है. पुनर्वास स्थलों का ना तो सीमांकन हुआ है और न ही आवासीय भूखंड को राजस्व अभिलेख में दर्ज किया गया है. इसके चलते विस्थापितों को आय, जाति, निवास, प्रमाण पत्र बनाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
उपरोक्त सभी समस्याओं से प्रशासन का ध्यान आकृष्ट के लिए कार्यक्रम को सफल बनाने का सभी प्रकार के प्रयास करने का संकल्प आज की बैठक में लिया गया. मौके पर नारायण गोप, ईश्वर गोप, श्यामल मार्डी, अरविंद अंजुम, कमल चंद, कुमार दिलीप, अमर सेंगेल, टीकाराम मांझी आदि शामिल रहे.
