ईचागढ़: सरायकेला- खरसवां जिला के ईचागढ प्रखण्ड के दर्जनों गांव में जलजमाव से लोग दहशत के साए मे जी रहे हैं. ईचागढ़ मुख्य सङ़क व कुकड़ू- ईचागढ़ सड़क पर जलजमाव से आवागमन बाधित रहा. वहीं रविवार को चांडिल एसडीओ रंजीत लोहरा व सीओ भोलाशंकर महतो ईचागढ़ आदि विस्थापित गांवों का दौरा कर हालत का जायजा लिया.
इस दौरान गांव में फंसे लोगों के बीच मुढ़ी, बिस्किट आदि का वितरण किया. गौरांकोचा में मुख्यमंत्री दाल भात योजना केंद्र में पीड़ित परिवारों को भोजन का व्यवस्था कराने का निर्देश एसडीओ ने सीओ को दिया. इधर ईचागढ़ की लाइफलाइन कहा जाने वाला करकरी नदी पर टीकर पुल के ऊपर पानी बहने से कभी भी पुल क्षतिग्रस्त हो सकता है. जिलींग, आदार, देवलटांड़ सड़क पर बने पुलिया टूटकर बह गया है, जिससे दर्जनों गांवों का आवागमन वाधीत हो गया. लेपाटांड़, बुधालंग, धाधकीडीह के बीच पुल धंस गया. वहीं कुकड़ू प्रखंड क्षेत्र के किशनडीह टोला आमाबुरू गांव के हाराधन महतो व बुद्धेश्वर महतो के घरों में लगातार बारिश घर के अंदर पानी भर गया. करीब तीन फीट घर के अंदर जल जमाव हो गया.
घर का कच्चा दिवार गलकर गिर रहा है. सूचना मिलते ही मुखिया लालू मांझी पहुंचे और घरों का जायजा लिया । वहीं कुदा ने गांव मे अतिवृष्टि से सागर महतो का घर का दिवार धस गया । गृह स्वामी अपने परिजनों के साथ क्षतिग्रस्त मकान में ही रहने को विवश है । गृहस्वामी सागर महतो ने बताया कि अतिवृष्टि से घर के चारों ओर जल जमाव से गीला होकर रात को खाना बनाने के समय घर का दिवार धस गया । उन्होंने कहा कि किसी तरह परिजनों को लेकर बाहर भागकर जान बचाया । उन्होंने कहा कि किसी तरह इस क्षतिग्रस्त घर मे ही रहना पड़ रहा है । वहीं एसडीओ रंजीत लोहरा ने कहा कि विस्थापित गांवों का दौरा किया गया । उन्होंने कहा कि लोगों को डुबा क्षेत्र से निकलकर ऊंचा व सुरक्षित सरकारी भवनों में जाने का अपील किया गया । उन्होंने कहा कि डैम का 7 गेट खोला गया है । बारिश नहीं रूकने तक लोगों को सरकारी भवनों में सुरक्षित रहने को कहा गया है । मौके पर सीओ भोलाशंकर महतो, मुखिया राखोहरी सिंह मुण्डा, सुभाष दत्ता आदि उपस्थित थे.