चांडिल: सरायकेला- खरसावां जिले के चांडिल पुलिस की सक्रियता और मुस्तैदी पर सवाल खड़े हो रहे हैं. जिले में लगातार हो रही घटनाओं के कारण पुलिस की साख पर बट्टा लग रहा है. हाल के दिनों में जिले के सभी थानों को लेकर घटनाओं का अनुपात देखा जाए तो सबसे ज्यादा चांडिल थाना क्षेत्र का रिकॉर्ड खराब है. जिले के अन्य थाने नशीले पदार्थों की बिक्री और सेवन, अवैध कारोबार , चोरी इत्यादि के मामले में आगे हो सकते हैं लेकिन लगातार एक के बाद एक संदिग्ध मौत के मामले में फिलहाल चांडिल थाना क्षेत्र आगे है.
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विभागीय आंकड़े क्या कहते हैं, इससे आम जनता अनजान हैं लेकिन चांडिल थाना क्षेत्र में मार्च महीने में जो मामले सामने आए हैं, उन मामलों को लेकर लोगों में चर्चा है. क्षेत्र के लोग चांडिल थानेदार की भूमिका और उनके ट्रैक रिकॉर्ड का आकलन कर रहे हैं. बता दें कि हाल के दिनों में वरुण यादव ने चांडिल थाना प्रभारी का पदभार ग्रहण किया है. इसी मार्च महीने में अबतक पांच शव बरामद हुआ है, जिसमें जमशेदपुर (सोनारी) निवासी ज्योति अग्रवाल हत्याकांड भी शामिल हैं. इसके पूर्व चांडिल थाना क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर चार शव बरामद हुए हैं, ये सभी संदिग्ध मौत की ओर इशारा कर रहे हैं. अबतक किसी भी मामले का खुलासा करने में चांडिल पुलिस सफल नहीं हो पाई है, इसके पीछे क्या वजह है यह सवाल हर किसी के जेहन में है.
*एक- एक घटना की जानें विस्तृत जानकारी*
एक मार्च की सुबह चांडिल थाना क्षेत्र के चिलगु स्थित पत्थर खदान से संदिग्ध अवस्था में एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ था. चांडिल थाना क्षेत्र के भुइयांडीह निवासी अधेड़ कांडारी लायक के रूप में शव की पहचान हुई है. क्षेत्र के लोगों ने इसे हत्या की नजर से देखा था. जिस पत्थर खदान से शव बरामद हुआ था, उस खदान की गहराई काफी कम है और जलस्तर भी कम है. ऐसे में डूबकर मरने की बात आश्चर्यजनक है.
छह मार्च की सुबह चांडिल थाना क्षेत्र के रावताड़ा निवासी 19 वर्षीय युवक करण महतो का शव लेंगडीह के एनएच 32 से बरामद हुआ था. पुलिस ने शव को उठाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था और इसे दुर्घटना बताया था. लेकिन मृतक करण महतो के परिजनों ने हत्या का मामला दर्ज कराया है. इसके बाद पुलिस ने जांच शरू की. करण महतो के व्हाट्सएप चैट और कॉल डिटेल ने कई सवालों को जन्म दिया है. करण महतो के परिजनों ने अनुसार शव के गले में किसी धारदार हथियार से हमला करने का निशान था. परिजनों का कहना है कि हत्या के बाद करण महतो के शव को एनएच 32 में लाकर फेंका गया था, ताकि हत्या को दुर्घटना का रूप दिया जा सके. परिजनों तथा क्षेत्र के ग्रामीणों ने घटना की जांच करने और हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग की है. यहां तक कि बीते 10 मार्च को सैकड़ों लोगों ने कैंडल मार्च निकाला था. वहीं, चांडिल थाना का घेराव किया था और न्याय की मांग की थी. थाना घेराव करने वाले लोगों ने खुलेआम चांडिल थानेदार पर करण महतो के हत्यारों को बचाने का आरोप लगाया था, जिसके वीडियो आज भी सोशल मीडिया पर मौजूद हैं. लोगों ने पुलिस- प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी किया था. तकरीबन आठ घंटे तक चांडिल थाना का घेराव और एनएच 32 जाम रखने के बाद अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के आश्वासन पर लोग शांत होकर अपने घर चले गए थे.
10 मार्च देर रात तक चांडिल थाना का घेराव कर सैकड़ों लोग अपनी सुरक्षा की मांग करते हुए अपने घर चले जाते हैं, वहीं इसके ठीक अगले दिन सुबह 11 मार्च को चांडिल थाना क्षेत्र के लेंगडीह निवासी विमला महतो का शव खेत से बरामद हुआ था. विमला महतो का शव भी संदिग्ध अवस्था में पाया गया था. महिला का शव नग्न अवस्था में पड़ा हुआ था और उसके शरीर पर कई चोट के निशान थे. हालांकि जिस खेत से महिला विमला महतो का शव बरामद हुआ था वह नीमडीह थाना क्षेत्र में आता है लेकिन यह महज संयोग ही था. चूंकि चांडिल थाना क्षेत्र का लेंगडीह गांव का कुछ अंश नीमडीह थाना क्षेत्र तथा अधिकांश हिस्सा चांडिल थाना क्षेत्र में आता है. सीमावर्ती क्षेत्र के चलते असमंजस की स्थिति उत्पन्न होती हैं लेकिन मृतका विमला महतो चांडिल थाना क्षेत्र के लेंगडीह की रहने की थी.
18 मार्च को चांडिल थाना क्षेत्र के सुखसारी में पत्थर खदान से थुमु मांझी नामक युवक का शव बरामद हुआ था. मृतक चांडिल थाना क्षेत्र के हाथीनादा गांव का निवासी था. ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक थुमु मांझी सरहुल पर्व मनाने के लिए घर से निकला था लेकिन वह घर नहीं लौटा था. अगले दिन पत्थर खदान से उसका शव संदिग्ध हालात में बरामद हुआ था. आनन- फानन में कुछ लोगों ने मिर्गी का दौरा पड़ने की बात कही थी लेकिन शव को देखने से कई सवाल उत्पन्न हो रहे थे.
ताजा मामला 29 मार्च रात का है. चांडिल थाना क्षेत्र के एनएच 33 में कांडरबेड़ा मोड़ के समीप जमशेदपुर के सोनारी आस्था हाईटैक निवासी ज्योति अग्रवाल की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. अज्ञात हमलावरों ने बीच सड़क पर कारोबारी रवि अग्रवाल की कार को रोककर गोली चलाई थी, जिसमें उसकी पत्नी ज्योति अग्रवाल को गोली लगने से उसकी मौत हो गई. चांडिल पुलिस अबतक हमलावरों को गिरफ्तार करने में विफल है. वैसे अपुष्ट सूत्रों से मिले जानकारी के अनुसार पुलिस ने ज्योति हत्याकांड की गुत्थी सुलझा लिया है और ज्योति के पति रवि अग्रवाल सहित चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. इसकी आधिकारिक पुष्टि फिलहाल नहीं हुई है. इसमें जमशेदपुर और सरायकेला पुलिस को मिलाकर एसआईटी का गठन किया गया है. वहीं, चांडिल पुलिस ने अबतक चिलगु, लेंगडीह, सुखसारी से बरामद किए गए शवों की वास्तविक स्थिति को सार्वजनिक नहीं किया है. करण महतो की मौत के कारण चांडिल थानेदार के दामन पर दाग लगे हैं लेकिन घटना के 25 दिन बाद भी पुलिस ने सार्वजनिक रूप से मामले का पटाक्षेप नहीं किया है.
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