चांडिल (Bipin Varshney) सरायकेला- खरसावां जिला के चांडिल अनुमंडल में आए दिन जमीन विवाद विवाद के मामले प्रकाश में आ रहे हैं. हैरान करने वाली बात ये है कि, सभी मामलों में अंचल और अनुमंडल कार्यालय की भूमिका सवालों के घेरे में आ रहे हैं. बावजूद इसके अंचल और अनुमंडल कार्यालय के बाबुओं पर सरकार मेहरबान है.
ताजा मामला चांडिल अनुमंडल के रुचाप डेम रोड का है. जहां एक विवादित भूखंड पर न्यायालय के रोक के बाद भी अनुमंडल पदाधिकारी चांडिल द्वारा एक पक्ष को मापी करने का आदेश दिया गया. मामला दर्ज करने वाले प्रथम पक्ष ने इसका विरोध कर जमीन मापी बंद कराया.
इस संबंध में सुभाष चंद्र नाग, सुशेन चंद्र नाग, मंटु चंद्र नाग, जयदेव नाग, मनोज कुमार नाग आदि अंशधारकों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि अनुमंडल पदाधिकारी चांडिल को लिखित आवेदन देकर मौजा रुचाप थाना चाडिल में खाता संख्या 253 खेसरा संख्या 1359, 136 से 1361 के कुल 0.63 डी0 भूखंड पर किसी भी प्रकार के निर्माण कार्य एवं खरीद बिक्री पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया गया था. अनुमंडल पदाधिकारी चांडिल को 26/02/2023 को दिए गए आवेदन पत्र में लिखा गया है कि तपन नाग के पिता सुधीर नाग द्वारा मौजा रुचाप थाना चाडिल में खाता संख्या 253 खेसरा संख्या 1359, 136 से 1361 के कुल 0.63 डी० जमीन वाद संख्या 15/12 दिवानी न्यायधीश (वरीय श्रेणी) प्रथम सरायकेला में दायर किया गया है. जिसमें मैं एवं अन्य अंशधारक पक्षकार थे.
उक्त वाद सं० 15 / 12 मे दिवानी न्यायधीश (वरीय श्रेणी) प्रथम सरायकेला द्वारा 23/12/2022 को न्याय निर्णय सुनाया गया, जिसके विरुद्ध हमारे द्वारा प्रधान जिला न्यायधीश, सरायकेला खरसावां के न्यायालय में अपील वाद सं० 03/23 दायर किया गया है जो विचार हेतु लंबित है. इसके बाद तपन नाग, गौतम नाग पिता स्व० सुधीर नाग उज्जवल नाग, तरुण नाग व भीम नाग निवासी चाण्डिल थाना चाण्डिल द्वारा उक्त जमीन पर जेसीबी एवं मजदूर लगाकर ध्वस्तीकरण एवं निर्मााण कार्य किया जा रहा है. जब अपील वाद लंबित है तो उक्त जमीन पर तपन नाग द्वारा किया जा रहा कार्य अवैधानिक है.
आवेदक सुशेन नाग ने उपरोक्त वर्णित जमीन पर किसी भी प्रकार के ध्वस्तीकरण, निर्माण एवं खरीद बिक्री पर अविलंब रोक लगाने के लिए अनुमंडल पदाधिकारी चांडिल से आग्रह किया है. इसके बाद 01/03/2023 को चांडिल अंचल कर्मी थाना पहुंचे, मगर पुलिस की अनुपलब्धता के कारण पुलिस नहीं गयी, अमीन मापी करने पहुंचे. इस दौरान सुशेन नाग एवं अन्य अंशधारको ने जमीन मापी बंद कराया.
बाईट
सुभाष चंद्र नाग (पीड़ित)