चांडिल: सरायकेला- खरसवां जिले डोबो के हनुमान नगर स्थित एक भूखंड को लेकर स्थानीय झामुमो विधायक सविता और यहां के आदिवासी भूमिज समाज के बीच विवाद चरम पर है, जिसको लेकर बुधवार को काफी हो हंगामा भी हुआ.
बुधवार को उक्त भूखंड को लेकर जो कुछ भी हुआ, वह शर्मनाक है. यहां एक जिम्मेदार अधिकारी, चांडिल सीओ प्रणव अम्बष्ट ने अपना संतुलन खो दिया और एक ग्रामीण का गला घोंटकर धक्का- मुक्की कर दी. दर्जनों महिलाओं को घंटों तक पुलिस ने बंदी बनाकर रखा. यहां तक कि भारी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी में युद्ध स्तर पर जमीन की घेराबंदी का काम भी हुआ.
इस घटना के बाद अब भी कई अनसुलझे सवाल है, जिसका जबाव शायद विधायक सविता महतो और अंचलाधिकारी ही दे सकते हैं.
यहां सैकड़ों की संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए थे, इसके बावजूद आखिर चांडिल अंचलाधिकारी को ग्रामीणों के साथ क्यों बहस करनी पड़ी ? आखिर अंचलाधिकारी ने किसके आदेश से विरोध जता रहे ग्रामीण का गला घोंटा और धक्का मुक्की की ? क्या अंचलाधिकारी पर ऐसा करने का ऊपर से कोई दबाव था ? इसके अलावा भी कई तथ्य सामने आए हैं, जिसको लेकर ग्रामीणों में चर्चा बना हुआ है. बुधवार को डोबो के इस विवादित भूखंड पर निर्माण कार्य करने आए सभी मिस्त्री, मजदूर और वाहन किसी श्रीनाथ होम्स के थे. अबतक इस जमीन से विधायक सविता महतो का संबंध देखा जा रहा था, लेकिन अब यह श्रीनाथ होम्स कौन है ? इसका मालिक कौन है ? श्रीनाथ होम्स के मालिक की क्या भूमिका है ?
ग्रामीणों एवं क्षेत्र के भूमि माफियाओं का मानना है, कि स्थानीय विधायक और श्रीनाथ होम्स मिलकर उक्त विवादित जमीन पर आलीशान फ्लैटस का निर्माण कराएंगे, बाद में उन्हें बेचा जाएगा. इधर, कल की घटना को लेकर ग्रामीण सरायकेला उपायुक्त कार्यालय में ज्ञापन सौंपा है. वहीं, चांडिल के अंचलाधिकारी के खिलाफ में कोर्ट में अर्जी दी है.
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