चांडिल: विधिक सेवा प्राधिकार एवं जिला प्रशासन के सौजन्य से चांडिल प्रखंड के चावलीबासा में राज्य स्तरीय विधिक सेवा सह सशक्तिकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यहां बतौर मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति एवं झालसा के कार्यपालक अध्यक्ष सुजीत नारायण प्रसाद तथा उच्च न्यायालय के कार्यवाहक अध्यक्ष न्यायाधीश सह झालसा के मुख्य संरक्षक चंद्रशेखर शामिल हुए. इस कार्यक्रम को पीटीजी महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है.
इस कार्यक्रम के माध्यम से आदिम जनजाति समुदाय तथा समाज के कमजोर वर्ग को विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करने का प्रयास किया गया. कार्यक्रम स्थल पर कुल 21 स्टॉल लगाए गए. जहां राज्य सरकार के विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए सरकारी योजनाओं के लाभ हेतु आवेदन लिया गया. कई समस्याओं का समाधान ऑन द स्पॉट किया गया. इसमें 21 स्टॉल में झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रोमोशन सोसायटी, ऊर्जा, स्वास्थ्य, नियोजन, पेंशन योजना, आधार कार्ड समेत अनेकों योजनाओं के स्टॉल लगाए गए.
वैसे कार्यक्रम के व्यवस्था में कुछ कमी रह गई जिसके कारण ग्रामीणों को काफी परेशानी हुई. चिलचिलाती धूप के कारण ग्रामीणों एवं लाभुकों के लिए निर्धारित स्थल पर बैठने में काफी परेशानी हुई. उक्त स्थल पर हल्के कपड़े से टैंट तैयार किया गया था, जहां गर्मी लगने के कारण लोग कार्यक्रम स्थल से दूर घने छांव की तलाश करते देखे गए. जबकि, कई लोग चिलचिलाती धूप में खड़े होकर ही अतिथियों का भाषण सुनते नजर आए.
आदिवासी महिलाओं ने पारंपरिक नृत्य से किया अतिथियों का स्वागत
कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए विधिक सेवा प्राधिकार के अधिकारियों, जिला प्रशासन के अधिकारियों एवं अन्य अतिथियों का आदिवासी समाज की महिलाओं ने स्वागत किया. महिलाओं ने पारंपरिक नृत्य और गीतों से अतिथियों का स्वागत किया. अतिथियों को आदिवासी संस्कृति के अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया. वहीं, अतिथियों के स्वागत में मानभूम शैली की छऊ नृत्य की प्रस्तुति दी गई.