चांडिल/ Jagannath Chatterjee शनिवार को चांडिल के साधु बांध मठिया स्थित दशनामी नागा संन्यासी आश्रम में ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष पूर्णिमा के अवसर पर महाप्रभु जगन्नाथ, बड़े भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा को मंत्र उच्चारण के साथ स्नान मंडप में दूध, दही, मधु, गंगाजल, गुलाब जल आदि से स्नान कराया गया.
भगवान जगन्नाथ, बड़े भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा की पूजा- अर्चना के बाद महाआरती की गयी. जूना अखाड़ा के अंतराष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह पारडीह काली मंदिर के महंत विद्यानंद सरस्वती ने बताया कि ऐसी मान्यता है कि स्नान के बाद प्रभु 15 दिन के लिए बिमार पड़ जाते है. इस अवधि में प्रभु का 15 दिन तक उपचार किया जाता है. उपचार के बाद पांच जुलाई को प्रभू का नव जीवन दर्शन एवं सात जुलाई को रथयात्रा निकाली जाएगी. इस दौरान पूजा- अर्चना के बाद भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया. प्रभु के स्नान यात्रा के अवसर पर महंत विद्यानंद सरस्वती, जयदा शिव मंदिर के महंत केशवानंद सरस्वती, मठीया मठ के महंत इंद्रानंद सरस्वती, महंत मेघानंद सरस्वती, मधुसूदन गोराई, दीपू जायसवाल, विशाल चौधरी, दिवाकर सिंह, झुनी महतानी, संजय चौधरी, जितेंद्र सिंह, मृत्युंजय सोनी, लाल मोहन दास सहित कई लोग उपस्थित थे.