चांडिल: सरायकेला जिला के चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी के बीहड़ो में लगी आग के लपेटो में सेकड़ो इमारती पेड़- पौधे झुलस गए हैं. साथ ही वन्य जीव- जन्तु जंगल से गांव की ओर कूच कर रहे हैं.
क्षेत्र में पड़ रहे प्रचंड गर्मी की वजह से दलमा सेंचुरी में इन दिनों कई जगहों पर आग ही आग लगी है. दलमा पश्चिम के उगडीह बिट में, झरीडीह, कटझोड़, कोंकादासा आदि जगहों में आग लगी है. ग्रामीण सूत्रों की माने तो आग की लपटो में वन्य जीव जन्तु, पक्षी, खरगोश, मोर, हिरण, भालू, सांप आदि वन्य जीवों आग में झुलसते देखा गया है. वहीं जंगल में आग लगने के कारण गजराजों के झुण्ड भागते हुए तराई वाले गावों में पहुंच गए हैं, जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है.
एक तरफ आग का डर दूसरी ओर वन्य जीव- जंतुओं के डर से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है. हालांकि इसके लिए जिम्मेदार ग्रामीणों को ही माना जा रहा है. बताया जा रहा है कि, भीषण गर्मी के मौसम में ग्रामीणों द्वारा महुआ चुनने के दौरान महुआ के पेड़ के नीचे बीड़ी सिगरेट आदि पीकर फेंकने से इस तरह की अगलगी की घटनाएं हो रही है. वही आग धीरे- धीरे जंगल के ऊपरी भाग की ओर ऊपर की ओर बढ़ रहे हैं. जिससे जंगली जानवर तराई क्षेत्र का रुख करते हैं. वहीं आग की जद में इमारती पेड़- पौधे भी आ रहे हैं, जिससे वन्य प्राणियों के साथ जंगल को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. वहीं वन विभाग जंगल की आग को रोक पाने में नाकाम साबित हो रही है. बता दें कि हर साल करोड़ों रुपए वन्य प्राणियों और वनों के संरक्षण में सरकार खर्च करती है, मगर ऐसे मामलों में विभाग पूरी तरह से निष्क्रिय साबित हो रही है. फिलहाल अगर समय रहते दलमा के जंगलों में आग पर काबू नहीं पाया गया तो बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है.