सरायकेला: जिले के सबसे खूबसूरत पर्यटक स्थलों में शुमार चांडिल डैम में खेला चल रहा है. खेला सरकार को चूना लगाने का चल रहा है. इसका खुलासा एक आरटीआई से हुआ है. इसके तहत बांध समिति पर सरकार का करीब 1.65671 करोड़ का बकाया है.
इतना ही नहीं बांध समिति का एग्रीमेंट समाप्त होने के बाद भी समिति बगैर अनुमति के डैम में पर्यटकों को नौका विहार कराकर हर दिन किरीब 40 से 45 हजार रुपए कमा रही है, जिसका हिसाब न तो सरकार को दिया जा रहा है न ही विभाग को.
इतना ही नहीं समितियां विभाग द्वारा दिए गए बोटों का मरम्मत भी नहीं करा रही है. जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. बताया जा रहा है कि 2007 से नौका परिचालन बंदोबस्ती प्रशासन द्वारा नहीं किया गया है. 2007 से लेकर 2022 तक करोड़ों रुपए के राजस्व की चोरी हो चुकी है. इसका जिम्मेदार कौन है. इसपर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है. बता दें कि मत्स्यजीवी सहकारी समितियों में भी जमकर खेला चल रहा है. बिना एकरारनामा के समितियां डैम में मत्स्य पालन कर रही है जिसका लेखा- जोखा किसी के पास नहीं है
इस संबंध में पूछे जाने पर चांडिल एसडीओ ने बताया कि यह बेहद ही गंभीर मामला है. उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी. पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और राजस्व की वसूली के साथ दूसरी समिति को संचालन का जिम्मा सौंपा जाएगा.
बाईट
रंजीत लोहरा (एसडीओ- चांडिल)
ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि आखिर इतने सालों से किसके इशारे पर सरकार के राजस्व की चोरी हो रही थी. स्वर्णरेखा परियोजना क्या कर रहा था. हालांकि मामला उजागर होने के बाद विभागीय स्तर से सर्टिफिकेट केस दर्ज कर लिया गया है. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि चुराए गए राजस्व की वसूली विभाग कैसे करती है.