रांची 1st June 2025 || झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने आदिवासी सोशियो- एजुकेशन एंड कल्चर एसोसिएशन (एसेका) की वेबसाइट का उद्घाटन किया. इस वेबसाइट के माध्यम से संथाली भाषा और ओलचिकी लिपि की शिक्षा को वैश्विक स्तर तक पहुँचाने का प्रयास किया जाएगा.


वेबसाइट की विशेषताएं
एसेका की वेबसाइट पर संथाली भाषा और ओलचिकी लिपि में प्रकाशित साहित्य, पुस्तकें और पाठ्य सामग्री उपलब्ध करवाई जाएगी. इस वेबसाइट के माध्यम से स्कूलों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को जोड़ा जाएगा और उन्हें मानक पाठ्य सामग्री उपलब्ध करवाई जाएगी.
चम्पाई सोरेन का बयान
पूर्व मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने कहा कि इंटरनेट के इस दौर में नई तकनीक से कदमताल कर के हम लोग नई पीढ़ी को आसानी से अपने साथ जोड़ पाएंगे. उन्होंने ओलचिकी लिपि को एक वैज्ञानिक लिपि बताया और कहा कि इसकी वजह से संथाली भाषा में लिखना-पढ़ना और सीखना काफी आसान हो गया है.
एसेका का उद्देश्य
एसेका का उद्देश्य आदिवासी समुदाय के सामाजिक, शैक्षिक और सांस्कृतिक विकास को बढ़ावा देना है. यह संगठन आदिवासी समाज की संस्कृति, शिक्षा और पारंपरिक व्यवस्था के संवर्धन के लिए काम करता है.
वीर सिदो- कान्हू के वंशज का बयान
वीर सिदो- कान्हू के वंशज मंडल मुर्मू ने इसे एक ऐतिहासिक पहल बताया और कहा कि एसेका द्वारा संथाली भाषा, संस्कृति और साहित्य की दिशा में जो पहल की जा रही है, उससे इस भाषा को वैश्विक पहचान मिलेगी.
