चक्रधरपुर/ Ashish Kumar Verma संविधान ही समाधान है, नारों के साथ आज टोकलो से झारखंड संविधान जागार जतरा की शुरूआत हुई. जतरा का आज तीसरा दिन था. जतरा में प्रभाकर तिर्की, बलराम, केपी सेठ सोय, भरत सिंह मुंडा, प्रबल महतो और रतन तिर्की जतरा में शामिल हुए.
टोकलो बजार चौक में शहीद बिरसा मुंडा की प्रतीक्षा पर माल्यार्पण कर संविधान ही समाधान है के नारे लगाकर जतरा की शुरुआत हुई. संविधान जागार जतरा के क्रम में आज कुचाई प्रखंड के विद् दिरि, कुचाई वह दलभंगा में बैठकें हुईं जिसमें कई गांव के युवा शामिल हुए.
इस मौके पर प्रभाकर तिर्की ने संविधान निर्माण के ऐतिहासिक संदर्भ पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि ब्रिटिश शासन के खिलाफ तमाम आदिवासी विद्रोह ही देश के आदिवासी क्षेत्रों में लागु संविधान की पांचवीं अनुसूची की पृष्ठभूमि है. इसके अलावा बलराम, प्रबल महतो और रतन तिर्की ने नागरिकता के अधिकार, भोजन के अधिकार, रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा और भाषा के संवैधानिक अधिकारों पर लोगों से बातचीत की.
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