चक्रधरपुर/ Jayant Pramanik नगर परिषद की ओर से चक्रधरपुर प्रखंड के नलिता पंचायत के बिंडासरजम व बुरुनलिता में कचरा प्रबंधन के लिए जगह का चयन किया गया है. इसे लेकर स्थानीय ग्रामीणों में नाराजगी है. कचरा निस्तारण प्लांट लगाने के विरोध में मंगलवार को नलिता पंचायत के बुरुडीह गांव स्थित चौक में ग्रामीणों की बैठक हुई.
बैठक के दौरान नलिता पंचायत के विभिन्न गांव के मुंडा, बुद्धिजीवी वर्ग व बड़ी संख्या में महिला व पुरुष ग्रामीण मौजूद रहे. इस दौरान ग्रामीणों ने एक स्वर में कचरा निस्तारण प्लांट का विरोध किया. ग्रामीणों ने कहा कि किसी भी हाल में दोनों गांव में कचरा निस्तारण प्लांट नहीं लगने दिया जाएगा. इसका पुरजोर तरीके से विरोध होगा. ग्रामीणों ने कहा कि अखबारों व समाचारों के जरिए जानकारी मिली थी कि नलिता पंचायत के बिंडासरजम गांव में 32 एकड़ व बुरुनलिता में 18 एकड़ जमीन का चयन किया गया है.जिसे लेकर चक्रधरपुर के अंचलाधिकारी गिरजानंद किस्कू समेत अन्य अधिकारियों ने जमीन को आकर देखा भी था. इसके बाद से ही स्थानीय ग्रामीणों में नाराजगी व्याप्त है. बैठक के बाद ग्रामीणों ने कचरा प्लांट नहीं बनेगा, शहर का कचरा गांव में नहीं फेंकने दिया जाएगा, गांव जंगल को दूषित नहीं होने दिया जाएगा इत्यादि नारे भी लगाए. इस मौके पर बिंडासरजम गांव के मुंडा देवेंद्र सामड, बुरुनलिता गांव के मुंडा गणेश चंद्र डांगिल, कुदाहातु गांव के मुंडा गोपाल सिंह सरदार, सरजमहातु गांव के मुंडा रामलाल सामड, पंचायत के समाजसेवी विनय सामड समेत विभिन्न गांव के बड़ी संख्या में महिला पुरुष ग्रामीण मौजूद थे.
*भरनिया पंचायत में भी हो चुका है विरोध*
नगर परिषद की ओर से दो साल पहले चक्रधरपुर प्रखंड के भरनिया पंचायत में जमीन का चयन किया गया था, लेकिन वहां भी स्थानीय ग्रामीणों ने इसे लेकर रोष जताया था, जिसके बाद पोड़ाहाट अनुमंडल पदाधिकारी रीना हांसदा समेत अन्य अधिकारी ग्रामीणों को समझाने पहुंचे थे लेकिन इसे लेकर एकजुटता के साथ ग्रामीण विरोध कर रहे थे. अब नलिता पंचायत में भी ग्रामीणों का विरोध शुरू हो गया है. बता दे कि नगर परिषद पिछले 10 साल से ठोस कचरा निस्तारण प्लांट के लिए जगह का चयन कर रही है, लेकिन अब तक इसमें सफलता नहीं मिली है.