चक्रधरपुर/ Ashish Kumar Verma विधायक सुखराम उरांव ने कोल्हान विश्वविद्यालय के अंगीभूम स्नाकोत्तर केंद्रों में महाविद्यालयों में संथाली, हो, कुडुख एवं कुड़माली भाषा के लिए स्थाई शिक्षकों की नियुक्ति के संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र के माध्यम से बताया कि आदिवासी बहुल क्षेत्र पश्चिमी सिंहभूम जिले के कॉलेज और महाविद्यालयों में जनजातीय एवं क्षेत्रिय भाषा का अध्ययन करने वाले छात्रों की संख्या, मुख्यधारा की भाषाओं का अध्ययन करने वाले छात्रों के मुकाबले दिन- ब- दिन संख्या बढ़ रही हैं, लेकिन आजतक कोल्हान विश्वविद्यालय के टीआरएल विभाग में एक भी स्थाई शिक्षक नियुक्त नहीं हुआ है.
जिले में स्थाई शिक्षकों के अभाव में ही आदिवासी विधार्थी संथाली, हो और कुडुख कुड़माली भाषा की पढ़ाई कर रहे हैं. कॉलेज स्तर पर गेस्ट शिक्षकों से काम चलाया जा रहा है. जिससे छात्र- छात्राओं के पढ़ाई में बुरा प्रभाव पड़ रहा है. विगत दिनों चक्रधरपुर विधानसभा क्षेत्र के जवाहर लाल नेहरु महाविद्यालय के छात्र- छात्राओं ने आवेदन के माध्यम से कोल्हान विश्वविद्यालय के अन्तर्गत आने वाले अंगीभूत महाविद्यालयों और स्नातकोत्तर केन्द्रों में संथाली, हो, कुडुख एवं कुड़माली भाषा की नियामित पढ़ाई के साथ जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा के शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने की माँग रखी. इस संदर्भ में राज्य के विश्वविद्यालयों में इन भाषाओं के कुल 159 शिक्षकों के पद सृजन का प्रस्ताव है. परन्तु अबतक शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गयी है. श्री उरांव ने कहा कि छात्राओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए यथाशीघ्र क्षेत्रीय एवं जनजातीय भाषाओं का कुडुख हो और कुड़माली भाषा की पढ़ाई गेस्ट फैकल्टी पर इन विषयों के शिक्षकों की नियुक्ति सुनिश्चित किया जाए. साथ ही जवाहर लाल नेहरु महाविद्यालय चक्रधरपुर में हो भाषा के शिक्षिका के तौर पर विगत 2016 से श्रीमति सुप्रिया हेम्ब्रम पढ़ाते आ रही है। इन विषयों पर सुचारु रुप से पठन-पाठन हेतु रिक्त पदों को भरने के लिए आवश्यक कारवाई सुनिश्चित किया जाए.
Reporter for Industrial Area Adityapur