चक्रधरपुर: Jayant Pramanik प्रदान संस्था के तत्वावधान में बुधवार को नगर परिषद कार्यालय स्थित विवाह भवन में जल संवाद नेटवर्क और गठबंधन विषय पर कार्यशाला आयोजित हुआ. कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में सिंहभूम की सांसद जोबा माझी उपस्थित रही.

सांसद ने जल की महत्ता और उसके संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करते हुए कहा मानव जीवन में जल की क्या अहमियत है यह किसी को बताने की जरूरत नहीं है. जल के बिना जीवन अधूरा है. लेकिन प्रकृति के इस अनमोल वरदान के प्रति हम कितने गंभीर है इस पर चिंतन होनी चाहिए. सांसद ने कहा आये दिन गांव या शहर में जल की बर्बादी होते देखा जाता है. उन्होंने लोगों से जल संरक्षण के प्रति जिम्मेदार बनने की अपील करते हुए कहा सुदूर इलाके के लोगों को शुद्ध जल नहीं मिल पाता है तो कहीं लोगों को पेयजल के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है. कहा सरकार के स्तर से भी प्रयास किये जा रहे है कि लोगों को शुद्ध जल मिल सके, लेकिन जल की बर्बादी रोकने की जिम्मेदारी हम सभी की है.
उन्होंने पिछले दिनों जिले में डीएमएफटी शासी परिषद की बैठक में जल संकट से निपटने के लिए बनाये गये रणनीति साझा की. कार्यशाला में पानी के दुरूपयोग रोकने, शुद्ध जल की उपलब्धता कैसे हो, दूषित पानी के कारण होने वाली बीमारियों से बचने के संबंध में परिचर्चा की गई और विभिन्न हितधारकों द्वारा किये जा रहे प्रयासों की सराहना की गई. इस दौरान सांसद जोबा माझी के हाथों विभिन्न हितधारकों को उनके बेहतर प्रयास के लिए स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया. कार्यशाला का संचालन थ्रीटी दास और आचल कुमारी ने किया.
जबकि धन्यवाद ज्ञापन प्रदान के टीम कार्डिनेटर हसन अदीब खान ने किया. कार्यशाला में मुखिया मेलानी बोदरा, लक्ष्मी केराई, रूकमणी मोदिन, कुश पुरती, सुखमती जोंको, निशु निशांत, मोहम्मद शहाबुद्दीन, साजिद अमीन, ज्योति रानी, रूपेली दत्ता, बप्पा घोष, हर्ष अरूण, योगेंद्र परमार, मनीष कुमार दिलीप कुमार, राजेश गागराई समेत वार्ड सदस्य, जल सहिया, महिला मंडल की सदस्य आदि उपस्थित रहे.
