सरायकेला: बुधवार को तीन दिवसीय चैत्र पर्व छऊ महोत्सव का रंगारंग समापन हुआ. कोविड-19 प्रोटोकॉल के बीच सीमित दर्शकों के साथ चैत्र पर्व छऊ महोत्सव का समापन किया गया. महोत्सव का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि पद्मश्री छुटनी महतो, पद्मश्री पंडित गोपाल प्रसाद दुबे एवं उपायुक्त अरवा राजकमल सहित उप विकास आयुक्त प्रवीण कुमार गागराई, आईटीडीए निदेशक संदीप कुमार दोरायबुरु एवं सरायकेला अनुमंडलाधिकारी राम कृष्ण कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया.
उपायुक्त ने अपने संबोधन में छऊ नृत्य कला को स्थानीय कला संस्कृति से जुड़ी हुई समग्र एवं व्यापक कला बताया. जिसकी ख्याति विश्व भर में है. जिसे राज्य सरकार ने भी राजकीय महोत्सव का दर्जा प्रदान किया है. राजकीय छऊ नृत्य कला केंद्र सरायकेला के प्रांगण में आयोजित किए जा रहे हैं.
उक्त महोत्सव के मौके पर पुलिस अधीक्षक आनंद प्रकाश, जिला मत्स्य पदाधिकारी प्रदीप कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी सुनील कुमार सिंह सरायकेला प्रखंड विकास पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार, निदेशक तपन कुमार पटनायक की उपस्थिति में मंगल ध्वनि एवं धुन बजने के पश्चात छऊ नृत्य का प्रदर्शन कलाकारों द्वारा किया गया. जिसमें ग्रामीण छऊ नृत्य प्रतियोगिता के विजेताओं के अलावा राजकीय छऊ नृत्य कला केंद्र के कलाकारों द्वारा सरायकेला शैली के छऊ नृत्य का कलाकारों द्वारा प्रदर्शन किया गया.
इस अवसर पर परंपरा अनुसार नृत्य प्रदर्शन करते हुए रात्रि जागरण किया गया.