चाईबासा: सदर प्रखंड के गुनाबासा गांव में आदिवासी “हो” समाज युवा महासभा के पदाधिकारियों सहित अन्य सामाजिक संगठन के प्रतिनिधियों ने सामाजिक जागरूकता अभियान चलाया. इस अभियान का उद्देश्य ग्रामीणों को डायन-प्रथा, सामाजिक बुराइयों और पर्व- त्योहारों के नाम पर होने वाली असामाजिक गतिविधियों के बारे में जागरूक करना था.


आदिवासी “हो” समाज युवा महासभा के राष्ट्रीय महासचिव गब्बरसिंह हेम्ब्रम ने ग्रामीणों से अपील की कि वे विद्यायकों, सांसदों और मंत्रियों को सिर्फ फुटबॉल मैच, मुर्गापाड़ा और बुगी- बुगी डांस का मुख्य अतिथि न बनाएं. उन्होंने कहा कि समाज द्वारा चुने गए हमारे जनप्रतिनिधियों को पेयजल, सिंचाई, रोड, पुलिया, स्कूल और अस्पताल निर्माण आदि जैसे सरकारी योजनाओं को गांव-घर लाने में पहल करनी चाहिए.
सामाजिक बुराइयों के खिलाफ जागरूकता
इस अवसर पर नेशनल आदिवासी रिवाईवल एसोशिएसन, सिंगी एण्ड सिंगी सोसाईटी तथा मिलन चारिटेबल ट्रस्ट की ओर से सामाजिक बुराइयों, आंतरिक कुरीतियों और विभिन्न अपराधिक घटनाओं के नियंत्रण की दिशा में जनजागरूकता और विधिक जागरूकता को लेकर लोगों के बीच में हैंडविल बाँटा गया. इस दौरान तमाम सामाजिक संगठन प्रतिनिधियों ने लोगों को ग्राम स्तर पर सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक और आर्थिक रूप से स्वयं को सशक्त और संगठित बनने के लिए प्रेरित किया. इस अवसर पर आदिवासी “हो” समाज युवा महासभा के जिलाध्यक्ष शेरसिंह बिरूवा, सचिव ओएबन हेम्ब्रम और अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.
