चाईबासा: सदर विधायक सह मंत्री दीपक बिरूवा का सदर प्रखंड के आधा दर्जन गांवों के ग्रामीणों ने सिंगिंजारी में रविवार को आमसभा कर मंत्री का पुतला दहन किया. आमसभा में ग्रामीण मुंडाओं ने संयुक्त अध्यक्षता कर विधायक द्वारा दिए गए आश्वासन की समिक्षा की. इस दौरान एक- एक कर उनकी कमियां व धोखा को ग्रामीणों ने गिनाना शुरू किया. जिसमें मुख्य रूप से जिला मुख्यालय आने वाली कीचड़नुमा सड़क रहा. पिछले पांच वर्षो से ग्रामीणों नें कल्याण मंत्री दीपक बिरुआ के कार्यों से नाखुश होकर पुतला जलाने का निर्णय लिया. ग्रामीणों में इतना आक्रोश दिखा कि इस बार का चुनाव में क्षेत्र मे नही घुसने देने पर चर्चा किया.
विदित हो कि रविवार को मंत्री दीपक बिरुआ एक तरफ गुवा में शहीदों को श्रद्धांजलि देने पहुंचे वहीं दूसरी ओर उनके ही विधानसभा क्षेत्र में उनका पुतला दहन होना कहीं न कहीं आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए मंत्री के लिए खतरे की घंटी के रूप में नजर आ रही है.
दरअसल 3 सितम्बर को मंगला हाट के दिन पर अंजीडबेड़ा से सिंगिंजारी के बीच सड़क काफ़ी ख़राब होने से बस एवं अन्य गाड़ियां फंस गई थी और कई यात्रियों के साथ ग्रामीणों को बिना हाट किये घर वापस पैदल ही लौटना पड़ा. इस वजह से कई ग्रामीणों एवं छोटे- मोटे कारोबारियों को आर्थिक एवं खाद्य सम्बंधित समस्या का सामना करना पड़ा. यही नहीं इस रास्ते पर हल्की बारिश से भी अवगमन बंद हो जाती है. जिससे शिक्षा, स्वस्थ जैसी मूलभूत सुविधाओं से भी कई ग्रामीणों को वंचित होना पड़ रहा है.
एक महिला सरिता तुविद ने बताया कि जब वह गर्भवती थी और प्रसाव पीड़ा होने के समय गाड़ी फंसने के कारण दो घंटे तक दर्द से तड़पती रही और रास्ते मे ही शिशु को जन्म देना पड़ा. इसी तरह की समस्या दो अन्य महिलाओं ने भी बताया. ग्रामीण मुंडाओं ने कहा कि यह समस्या कई वर्षो से चलते आ रहा है और प्रत्येक चुनाव के पहले विधायक द्वारा आश्वासन दिया जाता रहा है और हमलोग वोट देते आए लेकिन चुनाव के बाद चार साल तक गायब होने की बात आमसभा मे उभर कर आयी है.
ग्रामीणों में इतना आक्रोश था कि मंत्री दीपक बिरूवा का पुतला बनाकर सभा के बीच मे ही कुछ माहिलाओं ने दीपक बिरूवा मुर्दाबाद का नारा लगाते हुए चप्पल व डंडे से पीटने लगी. सभा अंत में कीचड़नुमा सड़क को दो दिनों के अंदर मरम्मती कर आवागमन लायक नहीं बनाने पर उनके आवास पर धरना- प्रदर्शन कर आवास के सामने ही इस कीचड़ को डालने और इसके लिए जिला के उपायुक्त को ज्ञापन देने का निर्णय लिया. इसके लिए एक कमेटी बनाई गई. आमसभा में सिंगीजारी, जोजोहातु, अंजेडबेड़ा, पटाःतारोब, माईलपी, आदि गांव के मुंडा सहित प्यारेलाल तामसोय, लंकेश्वर सुंडी, जॉर्ज तुबिड, आनंद बहांदा, सिदेश्वर बोयपाई,कृष्णा बनसिंह ,हारिश तामसोय, तुराम तामसोय, प्रदान तामसोय, सारिता तुबिड, सिकन्दर गागराई, राऊतू बानसिंह विजय सिंह तामसोय सहित सैकड़ो ग्रामीण उपस्थित थे.