चाईबासा Report By Jayant Pramanik पश्चिमी सिंहभूम जिले के बंदगांव प्रखंड अंतर्गत भालुपानी पंचायत के मसूरीबाई गांव में आदिवासी समाज द्वारा धूमधाम से मागे पर्व मनाया गया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पीपुल्स वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव डॉ विजय सिंह गागराई तथा विशिष्ट अतिथि मुखिया सावित्री मेलगांडी शामिल थी.
कार्यक्रम का शुभारंभ पुजारी देउरी द्वारा विधि- विधान से पूजा- अर्चना कर किया गया. देउरी द्वारा मुर्गे की बलि और हंड़िया- रासि अपने आराध्य देव सिंहबोंगा को अर्पित की गई. उसके बाद जायरा स्थल पर लोग मांदर और नगाड़े की थाप पर नृत्य करते हुए खुशी मनाई. नृत्य करने के उपरांत लोग अपने घरों में जाकर लेटो मांडी खाकर स्वादिष्ट भोजन का लुत्फ उठाया. मौके पर डॉ विजय सिंह गागराई ने अपने संबोधन में लोगों से पर्व को खुशी पूर्वक मनाने की अपील की. उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज के परंपरा व रीति- रिवाज को आगे बढ़ाना हम सब का कर्तव्य हैं, इसके लिए समाज के लोगों को आगे आना है. तभी हम अपने समाज और आने वाली युवा पीढ़ी को आगे बढ़ा सकेंगे. उन्होंने कहा मागे पर्व आदिवासी समाज का सबसे बड़ा महापर्व है. वहीं मुखिया सावित्री मेलगांडी ने कहा कि इस पर्व को शांति एवं पवित्रता से मनाने की जरूरत है. इस अवसर पर मुख्य रूप से भालुपनी पंचायत के मुखिया सावित्री मेलगांडी, कमलेश केराई, नन्दलाल गिलूवा, नंदकिशोर गिलुवा, संतोष सिंहदेव, रामराई सामाड के साथ साथ काफी संख्या में गांव के ग्रामीण मौजूद थे.