चाईबासा/ Jayant Pramanik जिले के गोईलकेरा प्रखंड के कुईड़ा पंचायत के कुईड़ा गांव के सालीकुटी में बुधवार को झारखंड पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष in मंगल सिंह बोईपाई की अध्यक्षता में एक बैठ हुई. जिसमें गांव की समस्या पर चर्चा किया गया. ग्रामीणों ने कहा कि हम लोग विगत कई महीनो से हर प्रकार की समस्याओं से जूझ रहे हैं. गांव में 70 परिवार रहते हैं लेकिन पानी की असुविधा है. गांव में एक ही जल मीनार चल रहा था जिसपर पूरे गांव के ग्रामीण निर्भर थे, जो पिछले सात महीने से खराब पड़ा हुआ है.
ग्रामीणों ने बताया कि इसकी मौखिक शिकायत मुखिया एवं पंचायत सेवक से की गई है. वहीं नए जल मीनार का काम डेढ़ महीने से रुका हुआ है. सरकार की जल नल योजना पूरी तरह से अधूरा हैं. पाईपलाइन जमीन के ऊपर से ही बिछा दिया गया है. गांव के लोग पानी के लिए एक चापाकल जो एक किलोमीटर दूर है और एक सिंचाई कुआं वह भी एक किलोमीटर दूर है इनदोनों पर निर्भर है.
आगे ग्रामीणों ने बताया कि गांव में 35 से 40 बच्चे हैं जो एक ही पारा टीचर के भरोसे है, टोला जाने के लिए डेढ़ किलोमीटर का रास्ता हैं जो खण्ड- खण्ड कर बन रहा हैं. एक 200 फीट का रास्ता विगत आठ- नौ महीने से अधूरा पड़ा हुआ है और दूसरा 300 फीट का रास्ता जो बन रहा है, जिसमें बोल्डर बिछाया जा रहा है उसकी दूरी बहुत ज्यादा है. मजदूरी दर भी बहुत कम दिया जा रहा है. ग्रामीण बता नहीं पा रहे हैं कि किस- किस मद से कौन रोड बन रहा है क्योंकि दोनों ही जगह शिलापट नहीं लगा हुआ है, जबकि शिलापट पहले लगना चाहिए. गांव के अधिकांश पुरुष एवं महिलाओं ने बताया कि हम लोगों को अब जल्द से जल्द ईटा भट्ठा काम करने के लिए बुलाया जा रहा है और हम लोग जाने के लिए तैयार हैं क्योंकि सरकार की कोई भी सुविधा हम लोगों को नहीं मिल रही है. मौके पर झारखंड पार्टी के केंद्रीय सचिव सह अधिवक्ता महेंद्र जामुदा ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि जल्द ही इन समस्याओं से उपायुक्त को लिखित रूप से अवगत कराया जाएगा. मौके पर जिला उपाध्यक्ष नितिन जामुदा, बसु बोयपाई, डोरोसोनो बोयपाई, करण सिंह बोयपाई, रमेश बोयपाई, सिनु दिग्गी, राम बोयपाई, महेश्वर बोयपाई, कृष्णा बोयपाई, जुगसिंह बोईपाई, बुधनी बोमपाई, निर्मला बोयपाई, सुनाया बोयपाई, सुकमती बोयपाई, सुमित्रा बोयपाई, मधु हेम्ब्रोम, पशुराम लोहार, सनतान लोहार, चाड़ी बोयपाई, डागुर बोयपाई, पगेला केराई, डोरसेना केराई, जोकता बोयपाई आदि उपस्थित थे.