चाईबासा/ Ashish Vrema जिला समाहरणालय में सोमवार को जल जीवन मिशन तथा स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत संचालित कार्यों की समीक्षा को लेकर एक बैठक का आयोजन किया गया. जिसकी अध्यक्षता पश्चिमी सिंहभूम जिला उपायुक्त अनन्य मित्तल ने की.
बैठक में बताया गया कि जल जीवन मिशन के तहत जिले में तकरीबन 3,50,000 घरों में नल के माध्यम से जल उपलब्ध करवाया जाना है. जिसमें चाईबासा व चक्रधरपुर पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल अंतर्गत कुल 1,34,186 घरों में पाइप लाइन के माध्यम से नल- जल का संयोजन किया गया है. स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-2 अंतर्गत 116 गांव को 1 स्टार कैटेगरी में शामिल किया गया है. जहां लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट का कार्य पूरा हुआ है.
वहीं 6 गांव को थ्री स्टार कैटेगरी में शामिल किया गया है, इन गांव में लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट के साथ-साथ सॉलि़ड वेस्ट मैनेजमेंट का कार्य भी पूरा हुआ है तथा 6 गांव को फाइव स्टार कैटेगरी में शामिल किया गया है, जहां सॉलि़ड/ लिक्विड/ प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट के साथ- साथ विद्यालयों में माहवारी स्वच्छता तथा उक्त कैटेगरी में शामिल गांव के सभी घरों एवं संस्थानों में शौचालय निर्माण का भी कार्य पूरा किया गया है.
उपायुक्त ने बताया कि इस दौरान चाईबासा व चक्रधरपुर दोनों पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल अंतर्गत पेयजल से संबंधित मल्टी विलेज स्कीम एवं सिंगल विलेज स्कीम की समीक्षा की गई है. इसके तहत योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु निविदा का प्रकाशन किया गया है तथा जिन योजनाओं में बीओक्यु लंबित है उन सभी को जल्द से जल्द पूरा करते हुए कार्य प्रारंभ कराने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने बताया कि समीक्षा उपरांत जल जीवन मिशन अंतर्गत संचालित कार्यों को तेजी से पूरा करवाने के तदर्थ आगामी माह में संवेदकों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित करवाने हेतु दोनों प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को निर्देशित भी किया गया.
बैठक में जिला अंतर्गत दोनों पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल चाईबासा व चक्रधरपुर के कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता, कनीय अभियंता तथा लेखापाल सहित अन्य उपस्थित रहे.