चाईबासा Jayant Pramanik सिंहभूम की सांसद जोबा माझी और जल, जंगल और जमीन आंदाेलन के अग्रणी नेता रहे पूर्व विधायक स्व. देवेंद्र माझी के ज्येष्ठ पुत्र जगत माझी को झामुमो ने मनोहरपुर विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी घोषित किया है. जगत माझी को प्रत्याशी बनाये जाने पर झामुमो समर्थकों में हर्ष का माहौल है. प्रत्याशी घोषित किये जाने पर अपनी पहली प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जगत माझी ने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के प्रति आभार जताया है.
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उन्होंने प्रदेश के सर्वमान्य नेता गुरूजी शिबू सोरेन, लोकप्रिय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व विधायक कल्पना सोरेन का आभार प्रकट करते हुए कहा पार्टी ने जिस भरोसा और विश्वास के साथ उन्हें प्रत्याशी बनाया है उस पर शत-प्रतिशत खरा उतरने का प्रयास करेंगे.उन्होंने स्वयं को भाग्यशाली मानते हुए कहा पार्टी ने उन्हें उस क्षेत्र का नेतृत्व करने का अवसर दिया है जहां से उसके दिवंगत पिता देवेंद्र माझी ने जंगल में रहने वाले लोगों के हक और अधिकार की लड़ाई लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त किये. वहीं उनकी मां वर्तमान सांसद जोबा माझी भी पांच बार विधायक चुनी गई। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा मां के मार्गदर्शन में बाबा के विचार और सिद्धांतों के साथ मनोहरपुर विस क्षेत्र के विकास के रथ को आगे ले जाना उनकी प्राथमिकता होगी.
2024 के लोस चुनाव से चर्चा में आये जगत माझी
38 वर्षीय जगत माझी जब पांच साल के थे, तब उनका दाखिला हॉस्टल में करा दिया गया था. 2008 में पुणे से पढ़ाई पूरी करने के बाद जब घर लौटे तो कुछ सालों तक बिजनेस संभाला. हमेशा से लाइमलाइट से दूर पर्दे के पीछे रहकर काम करने वाले जगत माझी इसी साल संपन्न लोकसभा चुनाव में जोबा माझी को जब इंडिया महागठबंधन का प्रत्याशी बनाया गया तब उन्होंने पूरे चुनाव प्रबंधन की कमान अपने हाथों में ले ली. वैसे साल 2014 के विस चुनाव से ही जगत माझी अपनी मां के सहयोगी के रूप में काम करने शुरू कर दिया था. उस वक्त से ही क्षेत्र के लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं को जानना और निदान करने लगे थे.यही कारण है कि मनोहरपुर विस क्षेत्र में अपनी मां जोबा माझी के तरह ही लोगों के बीच उनकी लोकप्रियता है. क्षेत्र की जनता का स्नेह और आशीर्वाद मिलता रहा है. जोबा माझी जब रिकॉर्ड मतों से विजयी हुई तो जगत माझी के कार्यकुशलता की गूंज झामुमो के शीर्ष नेतृत्व तक गई. पार्टी के कार्यकर्ता से लेकर शीर्ष नेतृत्व तक उनके चुनाव मैनेजमेंट का कायल हो गया.
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