चाईबासा/ Jayant Pramanik पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत सुदूरवर्ती टोंटो प्रखंड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में शनिवार को उपायुक्त कुलदीप चौधरी द्वारा चाईबासा वन प्रमंडल पदाधिकारी आदित्य रंजन, उप विकास आयुक्त संदीप कुमार मीणा सिविल सर्जन डॉ. सुशांतो माझी तथा डॉ. भारती कश्यप की मौजूदगी में सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन शिविर एवं मोतियाबिंद जांच शिविर का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया गया.
उक्त शिविर का आयोजन जिला स्वास्थ्य समिति, वन विभाग तथा विमेन डॉक्टर विंग (आईएमए) झारखंड के संयुक्त तत्वाधान में किया गया. कार्यक्रम स्थल आगमन पर सभी अतिथियों का स्थानिक जनों द्वारा पारंपरिक रीति- रिवाज के अनुसार स्वागत व अभिनंदन किया गया.
इस क्रम में उपायुक्त एवं अन्य पदाधिकारियों द्वारा संचालित शिविर का जायजा लेते हुए संपादित कार्यों का अवलोकन कर समारोह में अपनी सेवा दे रहे चिकित्सकों को अंग वस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित भी किया गया. इस शिविर में उपरोक्त के अलावे स्वास्थ्य विभाग द्वारा मलेरिया जांच, गैर संचारी रोग, फार्मेसी काउंटर, शुगर एवं ब्लड प्रेशर जांच, सिकल सेल जांच, ट्यूबरकुलोसिस जांच आदि के लिए भी स्टॉल का संचालन किया गया.
समारोह को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि जिले के सुदूर क्षेत्र टोंटो में सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन शिविर एवं मोतियाबिंद जांच शिविर का आयोजन करने के लिए वन विभाग, स्वास्थ्य विभाग तथा विशेष कर विमेन डॉक्टर विंग आईएमए झारखंड को विशेष रूप से साधुवाद देता हूं, कि उनके समेकित पहल से इस क्षेत्र के पुरुष एवं महिलाओं के स्वास्थ्य के मामले को सर्वोपरि रखते हुए यहां इस शिविर को संचालित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि शिविर आयोजन का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रह रही महिलाओं के बीच सर्वाइकल कैंसर से संबंधित जागरूकता को बढ़ावा देना तथा इस मामले में स्थानीय महिलाओं के साथ संवाद करते हुए बीमारी के लक्षणों का पहचान कर इसका इलाज सुनिश्चित करना है. उन्होंने कहा कि पूर्व में दो स्थानों पर संचालित शिविर के दौरान उपस्थित ग्रामीणों के रुझान को देखते हुए, इस जांच शिविर में अन्य रोगों के जांच की सुविधा को भी जोड़ा गया है. जिला प्रशासन का प्रयास है कि दुर्गम क्षेत्र होने के कारण जो भी व्यक्ति स्वास्थ्य केंद्र तक नहीं पहुंच रहे हैं, उन सभी तक स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाने के लिए समेकित रूप से स्वास्थ्य शिविर का आयोजन सुनिश्चित हो. उपायुक्त ने कहा कि इस शिविर का मुख्य ध्येय यही है कि यहां उपस्थित अधिकाधिक जन अपने- अपने संबंद्ध बीमारियों का जांच करायें तथा उपचार प्राप्त कर स्वास्थ्य लाभ लें.
सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन शिविर को संबोधित करते हुए वन प्रमंडल पदाधिकारी, चाईबासा ने कहा कि वन विभाग के द्वारा हमेशा ही सुदूरवर्ती क्षेत्र में कार्य किया गया है, परंतु संभवतः प्रथम बार प्रत्यक्ष रूप से आम जनों को दिए जाने वाले लाभ के लिए आज यहां कार्य किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वन विभाग सहित जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग व विमेन डॉक्टर विंग (आईएमए) झारखंड के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित यह मेगा हेल्थ शिविर इस क्षेत्र के पुरुष एवं महिलाओं सहित विभिन्न आयु वर्ग के लोगों के लिए लाभकारी है.
शिविर में अपनी बातों को रखते हुए उप विकास आयुक्त ने कहा कि उपरोक्त सभी की सहभागिता पर जिले में इस प्रकार के तीसरे कैंप का आयोजन किया जा रहा है. इससे पूर्व नोवामुंडी प्रखंड के दुरस्थ गुवा में तथा गोईलकेरा प्रखंड के सुदूरवर्ती क्षेत्र में सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन शिविर एवं मोतियाबिंद जांच शिविर का आयोजन कर आम जनों को स्वास्थ्य के क्षेत्र में लाभान्वित किया गया है. दुर्गम क्षेत्रों में शिविर का संचालन का उद्देश्य समाज के अंतिम व्यक्ति को स्वास्थ्य सुविधा से जोड़ना है. शिविर में जिले के सिविल सर्जन एवं डॉ भारती कश्यप के द्वारा हेल्थ कैंप के संचालन एवं इसकी आवश्यकता से संबंधित विविध बिंदुओं पर अपनी बातों को रखा गया.
शिविर में सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग-130, नेत्र जांच-313, तपेदिक(टीबी) स्क्रीनिंग-117, मलेरिया स्क्रीनिंग-308, सिकल सेल स्क्रीनिंग-110, सामान्य ओपीडी-492, एनसीडी स्क्रीनिंग-147, परिवार नियोजन सेवाएँ-298, आयुष्मान कार्ड पंजीकरण-128 सहित कुल 2043 जनों का स्वास्थ्य जांच किया गया.