चाईबासा/ Ashish Kumar Verma, पश्चिमी सिंहभूम के किसी भी विभाग में योजनाओं को लेकर कोई पारदर्शिता नहीं है, और ना ही पदाधिकारी संतोषजनक जवाब दे पा रहे हैं. यह बात झारखंड विधान सभा की प्रकरण समिति के सभापति विधायक निरल पुरती ने की.
झारखंड विधान सभा की प्राक्कलन समिति के सभापति मझगांव विधायक निरल पूर्ति, समिति के सदस्य विधायक अमर बाउरी और विधायक समीर महंती आज परिसदन में पश्चिमी सिंहभूम के विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे. बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए समिति के सभापति विधायक निरल पुरती ने कहा कि सभी विभागों के प्राक्कलन से संबंधित फाइलों को हमने देखा है, किसी में कोई भी पारदर्शिता नहीं है. ज्यादातर जगहों पर काम समय से पूरा नहीं हुआ है.
प्राक्कलन राशि से ज्यादा में काम दिया गया है और उसका कोई उचित कारण नहीं बताया गया है. सभापति ने कहा कि सारे मामलों को अब रांची में देखा जाएगा, क्योंकि यहां कोई भी पदाधिकारी संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहे हैं. सभापति ने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्य आवंटन की प्रक्रिया पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि किस आधार पर यह विभाग कार्य आवंटित करता है इसे विस्तार से समझने की जरूरत है.