चाईबासा: पिछले दिनों हुई बारिश में वार्ड संख्या 10 स्थित कुम्हारटोली में रोरो नदी तट पर बने दो घाट रेत की तरह बह गए. उक्त दोनो घाट का निर्माण 28 लाख की लागत से करीब तीन माह पूर्व हुआ था. नगर परिसद चाईबासा द्वारा निर्माण कराये गए स्नान घाट की कार्य गुणवत्ता पर सवाल उठने के मामलें को पश्चिमी सिंहभूम जिला के उपायुक्त अनन्य मित्तल ने गंभीरता से लिया है.
उन्होंने दो दिन की वर्षा के कारण उफनाई रोरो नदी में नवनिर्मित घाट बहाव के लिए दो सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है. समिति में एसडीओ शशिन्द्र कुमार बड़ाईक और राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार विकास कार्यक्रम (एनआरईपी) के कार्यपालक अभियंता को रखा गया है. उपायुक्त अनन्य मित्तल ने जांच समिति को एक सप्ताह के अंदर जांच प्रतिवेदन जमा करने का आदेश दिया है.
उपरोक्त पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वर्णित तथ्यों की जांच कर संयुक्त जांच प्रतिवेदन मंतव्य सहित एक सप्ताह के अंदर कार्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित की जाए. कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद, चाईबासा को उक्त जांच में आवश्यक सहयोग प्रदान करने का निर्देश दिया गया है.
विदित हो कि स्थानीय समाचार पत्रों सहित पोर्टलों पर भी इस मामलें को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था, वहीं प. सिंहभूम जिला बीस सूत्री सदस्य सह कांग्रेस नेता त्रिशानु राय ने इस मामलें पर उपायुक्त अनन्य मित्तल से उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की थी.