चाईबासा/ Jayant Pramanik पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन भारतीय जनता पार्टी के जाल में पूरी तरह फंस चुके है. उनका निर्णय राजनीतिक रूप से आत्मघाती सिद्ध होगा. भाजपा किसी का नहीं है जो भाजपा में गया उसका राजनीतिक कैरियर बर्बाद हो गया. भाजपा ने हेमंत सरकार को गिराने के लिए साजिश रची थी जो सफल नहीं हो सका. मंगलवार को कांग्रेस भवन , चाईबासा में पूर्व मंत्री सह कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष देवेन्द्र नाथ चंपिया ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
उन्होंने आगे कहा कि जो भी नेता डर से या पैसे के लालच में भाजपा में गए उसकी खराब दुर्दशा हो गई और उसका राजनीतिक कैरियर दांव पर लग गया. चंपई सोरेन के साथ भी वही होगा जो गीता कोड़ा, सीता सोरेन एवं अन्य नेताओं के साथ हुआ. चुनाव आयोग को यह पता था कि ऑपरेशन लोटस होने वाला है इसी कारण झारखंड और महाराष्ट्र में मतदान कराने की घोषणा नहीं की गई. जहां तक चंपई सोरेन का सवाल है उनके साथ एक भी विधायक नहीं है.
देवेन्द्र नाथ चंपिया ने कहा कि हेमंत सोरेन की मेहरबानी से चंपई को मुख्यमंत्री बनाया गया और उन्होंने झामुमो और महागठबंधन के साथ विश्वासघात किया. अगर चंपई सोरेन सरायकेला विधानसभा क्षेत्र से लगातार जीतते आए है तो इसके पीछे तीर- धनुष चुनाव चिन्ह और झारखंड मुक्ति मोर्चा- महागठबंधन का जनाधार है. उनका अगला राजनीतिक कैरियर मुश्किल भरा होगा.
मौके पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर दास, जिला बीस सूत्री सदस्य त्रिशानु राय, प्रखंड अध्यक्ष दिकु सावैयां, ग्रामीण मुंडा विजय सिंह सुंडी, जिला महासचिव लियोनार्ड बोदरा,
वरीय कांग्रेसी राजेन्द्र कच्छप, संतोष सिन्हा, सुरसेन टोपनो, सुशील दास आदि उपस्थित थे.