चाईबासा/ केन्द्र सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परम मित्र अडानी को बचाने एवं सच्चाई को छुपाने की कवायद में पूरी तरह बौखला गई है. अडानी मामले पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के सवालों से प्रधानमंत्री मोदी बुरी तरह से घबराए हुए हैं. भारत जोड़ो यात्रा के दौरान महिलाओं द्वारा साझा किये गये अपने दर्द एवं समस्याओं के विषय में 45 दिनों बाद दिल्ली पुलिस द्वारा राहुल गांधी के घर जाकर पूछताछ की कारवाई मोदी सरकार की कायराना एवं तानाशाही रवैया को दर्शाता है.
झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर के निर्देशानुसार सोमवार को जिला कांग्रेस कमिटी, प० सिंहभूम के तत्वाधान में शाम को जिला मुख्यालय स्थित शहीद पार्क चौक चाईबासा में मोदी सरकार एवं दिल्ली पुलिस द्वारा की गई इस शर्मनाक घटना के विरोध में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह का पुतला दहन कर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर पहुंचकर दिल्ली पुलिस की ओर से दिए गए नोटिस को कांग्रेसियों ने राजनीतिक प्रतिशोध का एक नया माध्यम बताया है. कांग्रेसियों ने कहा कि केन्द्र सरकार अडानी मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए इस तरह के हथकंडे अपना रही है.
कांग्रेसियों ने कहा कि विपक्ष की 16 राजनीतिक दल एकमत होकर अडानी मुद्दे पर जेपीसी की जांच चाह रही हैं. केन्द्र सरकार को यह मांग माननी ही होगी. जब से राहुल गांधी ने संसद में इस संबंध में भाषण दिया है, तब से केन्द्र सरकार किसी ना किसी बहाने से राहुल गांधी के खिलाफ अभियान चला रही है. पहले उनके लंदन में दिए बयान को गलत तरीके से पेश कर किया गया और अब उनके खिलाफ यह नोटिस जारी किया गया है. विरोध प्रदर्शन करने वालों में कांग्रेस के राजकुमार रजक, त्रिशानु राय, शिवकर बोयपाई, सुनित शर्मा, रंजीत यादव, प्रितम बांकिरा, कमल लाल राम, लक्ष्मण हांसदा, मो. सलीम, अनूप कर्ण, दिकु सवैयां, मुकेश कुमार, अमन महतो, जानवी कुदादा, सिकुर गोप, सतीश चंद्र कोया, राकेश कुमार सिंह, इम्तियाज खान, ललित कुमार कर्ण, संतोष सिन्हा, डॉ. क्रांति प्रकाश, जंग बहादुर, हरिश चन्द्र बोदरा, बुल्लू दास, मोहित सोनकर, मथुरा देवगम, करण सिंह हेम्ब्रम, महीप कुदादा, सुशील कुमार दास आदि शामिल थे.