चाईबासा/ Ashish Kumar Verma पूर्व राज्यसभा सांसद, कुलपति, पद्मश्री सम्मान से नवाजे गए डॉ. रामदयाल मुंडा की पुण्यतिथि पर शनिवार को कांग्रेसियों ने कांग्रेस भवन में उनके चित्र पुष्प अर्पित करने के उपरणतं दो मिनट का मौन धारण कर उनको भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर नमन किया. कांग्रेसियों ने एक स्वर में कहा की डॉ. रामदयाल मुंडा का सपना था कि हर गांव अखाड़ा हो और झारखंड की संस्कृति ही राज्य की पहचान है. उसे आगे बढ़ाने से ही राज्य का विकास होगा. डॉ.रामदयाल मुंडा झारखंड ही बल्कि पूरे देश के लिए एक अनमोल रत्न थे. हमारे राज्य के रांची जिले के गांव देऊरी में जन्मे डॉ. मुंडा को एक ऐसे व्यक्ति के रूप में याद किया जाता है, जिनका प्रभाव शिक्षित एवं अशीक्षित, शहरी एवं ग्रामीण वर्ग, सभी में अद्वितीय था.
डॉ. मुंडा साधारण लोगों के साथ भी वैसे ही मिलनसार थे, जैसे कि विश्व के बड़े- बड़े विद्वानों एवं राजनेताओं के साथ. राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर व्याप्त सामाजिक एवं आर्थिक असमानता को पाटने के लिए आज हमें ऐसे ही आचरण एवं सोच की जरूरत है. वे सांस्कृतिक आंदोलन को राजनीतिक आंदोलन से भी महत्वपूर्ण मानते थे. विदेश में शिक्षा ग्रहण एवं अध्यापन कार्य करने के बावजूद डॉ. रामदयाल मुण्डा अपनी सहजता एवं आडम्बर विहीन होने के कारण आमलोगों में लोकप्रिय थे एवं उन्होंने जनमानस में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई. राज्य की संस्कृति, संगीत व लोककला के उत्थान हेतु उन्होंने अपना समस्त जीवन समर्पित कर दिया. वे जानते थे कि युवा ही संस्कृति के संवाहक है अत: उन्होंने युवाओं को इस समृद्ध संस्कृति से जोड़े रहने का व्यापक कार्य किया.
मौके पर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर दास, सांसद प्रतिनिधि त्रिशानु राय, जितेन्द्र नाथ ओझा, राकेश सिंह, ओबीसी प्रकोष्ठ अध्यक्ष रंजीत यादव, जिला महासचिव कैरा बिरुवा, जिला सचिव जगदीश सुंडी , युवा कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष सुरेश सावैयां, प्रखंड अध्यक्ष दिकु सावैयां, सिकुर गोप, मंडल अध्यक्ष अशोक मुंडरी, ओबीसी प्रकोष्ठ नगर अध्यक्ष गुरुचरण सोनकर, रूप सिंह बारी, महीप कुदादा, चुरा राम पान, सुशील दास, ब्रज मोहन देवगम आदि उपस्थित थे.