चाईबासा: महान दार्शनिक और भारत के दूसरे राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस पर सोमवार को कांग्रेस भवन में कार्यक्रम आयोजित कर उनकी जयंती मनाई गई और शिक्षकों को शिक्षक दिवस की शुभकामना दी गई. इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि डॉक्टर राधाकृष्णन अब तक के सबसे महान दार्शनिकों में से एक थे.
उपराष्ट्रपति एवं राष्ट्रपति के तौर पर डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का नाम भारतीय इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है. राधाकृष्णन प्रसिद्ध शिक्षक भी थे, यही वजह है कि उनकी याद में हर वर्ष 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है. इस अवसर पर राधाकृष्णन के चित्र पर पुष्प माला चढ़ाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया. साथ ही उनके जीवन से एवं उनके बताए रास्ते पर चलने की बात कही गई.
इसके साथ ही 5 सितंबर को ही नोबेल पुरस्कार विजेता मदर टेरेसा की पुण्यतिथि है. इस मौके पर कांग्रेसियों ने उन्हें भी श्रद्धा सुमन अर्पित किए और मदर टेरेसा के प्रति आस्था प्रकट की. कार्यक्रम में मुख्य रूप से सांसद प्रतिनिधि जितेंद्र नाथ ओझा राकेश सिंह विश्वनाथ तामसोय, प्रखंड अध्यक्ष दिकु सवैया, मोहन सिंह हेम्ब्रम, मोहम्मद सलीम, लियोनार्ड बोदरा, बिरसा कुंटिया, हरिचरण सोए, विशाल सोए, सुरेश पुर्ती, विजय सिंह तुबिद, हरिश्चंद्र बोदरा, जंग बहादुर, विक्रम सुंडी ,बासुदेव सिंकु, राजू कारवां, सिंगराए गोप, सिकुर गोप इत्यादि उपस्थित थे.