चाईबासा/ Ashish Kumar Verma हूल क्रांति दिवस के अवसर पर शुक्रवार को कांग्रेस भवन, चाईबासा में संथाल हूल के अमर नायक सिदो- कान्हू के चित्र पर माल्यार्पण कर कांग्रेसियों ने श्रद्धासुमन अर्पित किया.
कांग्रेसियों ने एक स्वर में कहा कि झारखंड के महान सपूत सिदो- कान्हू ने 1855 में अंग्रेजों के शोषण व अत्याचार के खिलाफ स्वाभिमान और आत्म सम्मान के लिए संघर्ष का बिगुल फूंका था. यह आन्दोलन 1857 के स्वतंत्रता आन्दोलन की पूर्व की पृष्ठभूमि थी. यह सबसे अधिक संगठित और सशक्त आन्दोलन था, जो संथाली अपनी माटी व मातृभूमि के खातिर कुर्बान होने को तैयार हो गए. एक छोटे से गांव से शुरू हुआ आंदोलन पूरे संथाल में फैल गया, जो हूल दिवस के नाम से जाना जाता है. हम झारखंड वासियों को उन महान सपूतों के त्याग, संघर्ष, त्याग, बलिदान व उत्सर्ग से प्रेरणा लेकर झारखंड राज्य को विकास के पथ पर आगे बढ़ाते हुए समृद्ध और विकसित राज्य बनाने का संकल्प लेना चाहिए.
मौके पर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर दास, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष नितिमा बारी, जिला बीस सूत्री सदस्य त्रिशानु राय, ओबीसी प्रकोष्ठ अध्यक्ष रंजीत यादव , जिला सचिव जानबी कुदादा , जगदीश सुंडी , मोहन सिंह हेम्ब्रम , संतोष सिन्हा, नगर अध्यक्ष मुकेश कुमार, वीर सिंह बारी, सुशील कुमार दास, बीरु सोनकर आदि उपस्थित थे.