चाईबासा/ Ashish Kumar Verma झारखंड प्रदेश बस ओनर्स एसोसिएशन पश्चिमी सिंहभूम जिला कार्यकारणी की बैठक में एक बार फिर से कोरोना काल के टैक्स और उस पर लगे फाइन को हटाने की मांग की गई है. वहीं दूसरी ओर भाजपा और उसके पश्चिमी सिंहभूम के जिला अध्यक्ष सतीश पुरी के खिलाफ भी एसोसिएशन ने मोर्चा खोल दिया है.
एक स्थानीय होटल में आयोजित जिला कार्यकारिणी की बैठक में बस मालिकों को परिवहन विभाग की लापरवाही के कारण हो रही परेशानियों पर मंथन किया गया और निर्णय लिया गया कि जल्द ही राज्य परिवहन प्राधिकार के पदाधिकारियों से मुलाकात कर सारी वस्तु स्थिति से अवगत कराया जाएगा. एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सच्चिदानंद सिंह ने कहा कि पूरे राज्य में करीब 500 बसों का कोरोना काल टैक्स पेंडिंग है, सरकार उसे समाप्त करें।.
कुछ समय दिया जाए ताकि बस मालिक पटरी पर लौट सके. इसके साथ ही एसी बसों का परमिट 2 साल के लिए और बढ़ा दिया जाए. उन्होंने कहा कि बसों से एसएलडी हटाने का निर्णय पूरी तरह गलत है.
रांची में आयोजित कार्यक्रम के लिए भाजपा जिला अध्यक्ष सतीश पुरी द्वारा बसों की व्यवस्था के साथ- साथ 1000 लीटर डीजल की मांग किए जाने का आरोप लगाते हुए एसोसिएशन ने भारतीय जनता पार्टी और उसके जिलाध्यक्ष का बहिष्कार किया है. भाजपा जिलाध्यक्ष द्वारा सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत मांगी गई सूचना पर भी एसोसिएशन ने आपत्ति जताई है. प्रदेश अध्यक्ष ने जहां भाजपा जिला अध्यक्ष द्वारा किए गए कार्य को अनुचित करार देते हुए प्रदेश स्तर तक बात ले जाने की बात कही.
वहीं सिंहभूम बस ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल ने सीधे तौर पर बहिष्कार की घोषणा कर दी है. उन्होंने कहा कि आज पश्चिमी सिंहभूम में भाजपा की क्या स्थिति यह किसी से छिपी नहीं है, यदि यही हाल रहा तो आने वाले समय में स्थिति और भी बदतर हो जाएगी.
भारतीय जनता पार्टी के नेता और सिंहभूम बस ओनर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष मो. बारिक ने भी भाजपा जिला अध्यक्ष सतीश पुरी द्वारा किए गए कार्य को पूरी तरह अनुचित करार दिया है. उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत रूप से कोई भी व्यक्ति सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांग सकता है, लेकिन किसी पार्टी के लेटर पैड पर मांगना उचित नहीं है.