चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले के भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जाति मोर्चा ने मंगलवार को पुराने उपायुक्त कार्यालय के समीप एक दिवसीय धरना- प्रदर्शन का आयोजन किया. यह कार्यक्रम राहुल गांधी के अमेरिका में आरक्षण के खिलाफ दिए गए बयानों के विरोध में आयोजित किया गया, जिसमें सभी मोर्चा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने एकजुटता के साथ अपनी बात रखी.
धरने के दौरान अनुसूचित जाति मोर्चा जिला अध्यक्ष शंभू हाजरा ने कहा, “राहुल गांधी ने हमेशा भारत को अपमानित करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ा है. उनके हालिया बयानों से यह स्पष्ट है कि वे आरक्षण का विरोध करते हैं, जो कि दलितों और पिछड़ों के लिए घातक है” उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने ऐतिहासिक रूप से आरक्षण को खत्म करने की कोशिश की है.
जिला अध्यक्ष संजय पांडे ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, “राहुल गांधी को आरक्षण का विरोध विरासत में मिला है. उन्होंने कहा कि जब भारत की ताकत विश्व में बढ़ रही है, तब भी राहुल गांधी विदेश जाकर हमारे देश का नाम खराब कर रहे हैं. उनकी यह टिप्पणी दलितों और पिछड़ों के प्रति असम्मान दिखाती है.
वरिष्ठ भाजपा नेता रामानुज शर्मा ने कहा, कांग्रेस हिंदुओं को बांटने का काम कर रही है.राहुल गांधी विदेशों में जाकर भारत विरोधी लोगों से मिलते हैं और हमारे देश की छवि को खराब करते हैं. उन्होंने यह भी बताया कि सरकारी सहायता प्राप्त अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों में आरक्षण का कोई प्रावधान नहीं है, जो कांग्रेस की नीतियों का एक स्पष्ट उदाहरण है.
धरने में अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार साझा किए, सभी ने एकजुटता से यह कहा कि जब तक भारतीय जनता पार्टी इस देश में है और हमारा संविधान है, तब तक किसी भी दलित, आदिवासी और ओबीसी का आरक्षण खत्म नहीं हो सकता. इस कार्यक्रम के माध्यम से अनुसूचित जाति मोर्चा ने राहुल गांधी के बयानों के प्रति अपनी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और दलितों और पिछड़ों के अधिकारों की रक्षा की अपनी प्रतिबद्धता को फिर से जाहिर किया. कार्यक्रम में चंदन झा, प्रताप कटियार महतो, पवन शर्मा इत्यादि ने भी संबोधित किया. इस धरना- प्रदर्शन कार्यक्रम में अनुसूचित जाति मोर्चा के रामनाथ मुखी जिला उपाध्यक्ष अनुसूचित जाति मोर्चा, राजेंद्र मछुआ, रजनी करुवा, पूनम करुवा, गंगा करुआ नगर अध्यक्ष अनुसूचित जाति मोर्चा ,मोटु करुआ, रामावतार राम रवि इत्यादि उपस्थित थे. इसके अलावा भाजपा जिला कमेटी से जितेंद्र नाथ ओझा, जूली खत्री, पंकज खिरवाल, कामेश्वर विश्वकर्मा, रंजन प्रसाद, द्वारिका शर्मा इत्यादि सैकड़ो की संख्या में लोग उपस्थित थे.